loader
गुड़गांव में जगह-जगह पुलिस तैनात है।

गुड़गांव में धारा 144 के बावजूद हिन्दू समाज की महापंचायत, पुलिस तैनात

नूंह हिंसा के बाद गुड़गांव में भी व्यापक हिंसा हुई थी। गुड़गांव में एक धर्म स्थल को आग लगा दी गई और उसमें मौजूद एक धर्मगुरु की हत्या कर दी गई। गुड़गांव शहर के बीचों बीच हुई इस घटना से लोग अभी सहमे हुए हैं। गुड़गांव में व्यावसायिक गतिविधियां धीमा हो गई हैं। इसी दौरान पुलिस ने धर्मस्थल की घटना के संबंध में तिगरा गांव से चार युवकों को गिरफ्तार किया है। इस गिरफ्तारी के विरोध में हिन्दू समाज ने आज तिगरा में महापंचायत बुलाई है। हालांकि प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी है लेकिन आयोजकों ने जबरन महापंचायत शुरू कर दी है। पुलिस और प्रशासन ने अभी तक इस महापंचायत को रोका नहीं है। आएएफ के जवानों को तिगहर में तैनात कर दिया गया है। पुलिस ने कहा है कि वो कानून व्यवस्था बनाए रखेगी।
ताजा सूचना यह है कि महापंचायत शुरू हो गई है। तमाम लोग वहां के वीडियो डाल रहे हैं। नूंह हिंसा में समुदाय के आरोपियों की कथित गिरफ्तारी के खिलाफ समर्थन मांगने के लिए हिंदू समाज की इस महापंचायत में करीब 2000 लोगों के मौजूद होने का दावा किया गया है। वीएचपी नेता सुरेंद्र तंवर 31 जुलाई को नूंह में हुई हिंसा का विवरण बता रहे हैं। ऊपर का वीडियो देखिए।

सूत्रों का कहना है कि नूंह में सरकार की कार्रवाई समुदाय विशेष के खिलाफ हो रही है। लेकिन दूसरे संगठन सरकार पर और दबाव बनाने के लिए ऐसी पंचायतें कर रहे हैं। हालांकि गुड़गांव में हिन्दू समाज का ऐलान वीएचपी और बजरंग दल की ओर से नहीं किया गया था लेकिन अब जब महापंतायत जबरन शुरू हो गई तो महापंचायत में वीएचपी और बजरंग दल के नेताओं की मौजूदगी देखी जा रही है। ये दोनों संगठन आरएसएस से जुड़े हुए हैं।
गुड़गांव में चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात है और वो तिगहर के आसपास लोगों की तलाशी भी ले रही है। न्यूज एजेंसी पीटीआई और एएनआई ने तिगरा के वीडियो जारी किए हैं, जिसमें सिर्फ पुलिस की हलचल दिखाई दे रही है।
ताजा ख़बरें
डीएलएफ के एसीपी विकास कौशिक ने कहा - पिछले 2-3 दिनों से गुड़गांव में शांति है। किसी घटना की सूचना नहीं मिली है। हमें लगता है कि आज की पंचायत शांतिपूर्वक संपन्न होगी। हमने सभी पक्षों से बातचीत की है. उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि पंचायत शांतिपूर्वक होगी...। पंचायत में 500-1000 लोगों के आने की उम्मीद है...। लेकिन पुलिस इस बात पर चुप है कि धारा 144 लागू होने के बावजूद महापंचायत कैसे हो सकती है।

सीपीआई प्रतिनिधिमंडल मेवात के दौरे पर

सीपीआई का चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल हरियाणा के हिंसा प्रभावित इलाकों का रविवार को दौरा करेगा। सीपीआई सांसद पी. संतोष कुमार ने कहा- हमने पहले ही अधिकारियों को सूचित कर दिया है और हम सभी वर्गों से मिलने का पूरा करने का प्रयास करेंगे। यह एक दिवसीय दौरा है। हम जनता के साथ हैं। साम्प्रदायिकता किसी भी मुद्दे का समाधान नहीं है। दोनों तरफ लोगों को बांटने वाली विभाजनकारी ताकतें हैं।'इसलिए, हम स्थिति को समझने के लिए वहां जा रहे हैं।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें