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कौन चला रहा है ऑपरेशन राहुल गांधी, फर्जी वीडियो-फोटो की बाढ़

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के तपस्या, पुजारी, हर-हर महादेव और टी शर्ट वाले बयान से बीजेपी बहुत आहत है। राहुल की पुजारी वाली बात के वीडियो को अपने ढंग से संपादित कर बीजेपी ने उसे वायरल किया। उस पर पुजारियों के तीखी टिप्पणियां आईं और उसी क्लिपिंग के आधार पर सोमवार की रात टीवी चैनल रात को डिबेट करते नजर आए। ऑल्ट न्यूज के मोहम्मद जुबैर ने बताया कि राहुल की बात वाले वीडियो को बीजेपी और टीवी चैनलों ने कांट-छांट कर पेश किया ताकि राहुल की छवि बिगाड़ी जा सके। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला पीएम मोदी का पुराना वीडियो खोजकर यह साबित करने में जुट गए कि मोदी हर-हर महादेव बोलते हैं। सोशल मीडिया पर राहुल गांधी इस समय टॉप ट्रेंड में हैं।  राहुल के खिलाफ फर्जी वीडियो की बाढ़ आ गई है। ऐसे में सवाल तो बनता ही है कि राहुल गांधी के खिलाफ हजारों फर्जी फोटो और वीडियो फैलाने वाला मास्टरमाइंड कौन है। 

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राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा आज 10 जनवरी शाम को पंजाब की सीमा में प्रवेश करने वाली है। लेकिन हरियाणा में पिछले दो दिनों से दिए गए उनके भाषणों ने बीजेपी को आहत कर दिया है। राहुल पर सोमवार से जो हमला शुरू हुआ है, वो हैरान करने वाला है। लेकिन सबसे पहले जानिए कि दरअसल राहुल गांधी ने हरियाणा में क्या-क्या कहा और उसके बाद शुरू हुए विवाद पर आपको बताते हैं। 

राहुल गांधी क्या बोले

आरएसएस पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसके सदस्यों को '21वीं सदी के कौरव' कहा और आरोप लगाया कि वे कभी भी 'हर हर महादेव' और 'जय सिया राम' नहीं कहते क्योंकि वे भारत के मूल्यों और 'तपस्या' के खिलाफ हैं। राहुल ने सोमवार देर शाम को यह बात अंबाला में कही थी। चूंकि हरियाणा का कुरुक्षेत्र महाभारत काल का शहर माना जाता है तो राहुल ने महाभारत के पात्रों के जरिए अपनी बात कहने पर फोकस किया।

हाफ पैंट वाले कौरव

 राहुल ने कहा - कौरव कौन थे? मैं आपको सबसे पहले 21वीं सदी के कौरवों के बारे में बताऊंगा, वे खाकी हाफ पैंट पहनते हैं, वे हाथों में लाठियां लेकर शाखा लगाते हैं... भारत के 2-3 अरबपति इन कौरवों के साथ खड़े हैं। राहुल ने पूछा - 

क्या पांडवों ने नोटबंदी की, गलत जीएसटी लागू किया? क्या उन्होंने कभी ऐसा किया होगा? कभी नहीँ। क्यों? क्योंकि वे तपस्वी थे और वे जानते थे कि नोटबंदी और जीएसटी गलत थी। नरेंद्र मोदी ने इन फैसलों पर हस्ताक्षर किए। भारत के 2-3 अरबपतियों की ताकत इसके पीछे थी।


- राहुल गांधी, कांग्रेस नेता, 9 जनवरी 2023 को हरियाणा में

हर हर महादेव क्यों नहीं बोलते संघ वाले

राहुल गांधी ने कहा कि आरएसएस के लोग कभी भी हर हर महादेव नहीं कहते, आप इस पर ध्यान दें। वे ऐसा कभी क्यों नहीं कहते। मैंने इस बारे में सोचा। क्योंकि भगवान शिव 'तपस्वी' थे। और आरएसएस भारत की 'तपस्या' पर हमला कर रहे हैं, इसलिए वे हर-हर महादेव नहीं कह सकते। …वे कभी जय सिया राम नहीं कहते। इसमें से उन्होंने सीता जी को निकाला है। उन्होंने हमारे इतिहास, हमारे मूल्यों के खिलाफ काम किया है। इसीलिए अब जब कोई कांग्रेस कार्यकर्ता आरएसएस कार्यकर्ता से मिले तो उसे जय सिया राम कहकर अभिवादन करने के लिए कहा जाना चाहिए क्योंकि सीता राम की तरह ही महत्वपूर्ण थीं। उन्होंने कहा-

आज की लड़ाई वैसी ही है जैसी महाभारत के समय की थी। लोग इसे नहीं समझते हैं… यह लड़ाई किसके बीच है? पांडव कौन थे? अर्जुन, भीम...वे तपस्या करते थे। इस देश को तपस्वी चाहिए, पुजारी नहीं चाहिए।


- राहुल गांधी, कांग्रेस नेता, 9 जनवरी 2023 हरियाणा में

पांडवों ने भी मोहब्बत की दुकान खोली थी

 उन्होंने रैली में जनता से पूछा कि क्या उन्होंने पांडवों द्वारा इस भूमि पर नफरत फैलाने और एक निर्दोष व्यक्ति के खिलाफ कोई अपराध करने के बारे में सुना है। एक ओर ये पाँच तपस्वी थे और दूसरी ओर एक भीड़भाड़ वाला संगठन था। पांडवों के साथ सभी धर्मों के लोग थे। इसी भारत जोड़ो यात्रा की तरह, कोई किसी से नहीं पूछता कि वह कहां से आता है। यह प्यार की दुकान है। पांडव भी अन्याय के खिलाफ खड़े हुए थे, उन्होंने भी नफरत के बाजार में प्रेम की दुकान खोली थी। महाभारत का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा-

क्या उस समय के अरबपति पांडवों के साथ खड़े थे?... अगर होते तो पांडवों को जंगलों में क्यों घूमना पड़ता। पांडवों को उनके घरों से क्यों निकाला गया, क्योंकि अरबपति उनके साथ नहीं खड़े थे। लेकिन इस धरती के लोग- किसान, गरीब, छोटे दुकानदार- उनके साथ खड़े थे। यह देश तपस्वियों का है।


- राहुल गांधी, कांग्रेस नेता, 9 जनवरी को हरियाणा में

शहजाद पूनावाला का हमला

राहुल का वीडियो आते ही बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूना ने राहुल के हर-हर महादेव वाली बात को मुद्दा बनाया। उन्होंने राहुल के उतने हिस्से की वीडियो के साथ पीएम मोदी का वीडियो लगाया है, जिसमें पीएम मोदी हर-हर महादेव कहते हुए देखे जा सकते हैं।

पुजारी वाला वीडियो

बीजेपी के अमित मालवीय ने राहुल के तपस्वी और पुजारी वाली बात के हिस्से को निकाल कर वीडियो ट्वीट किया। वीडियो वायरल हुआ। तमाम पुजारियों ने राहुल के बयान पर आपत्तियां जताईं। ऑल्ट न्यूज ने बताया कि किस तरह अमित मालवीय के इस वीडियो की आड़ में टीवी चैनलों ने बहस चलाई कि राहुल गांधी को पुजारियों से समस्या है। ऑल्ट न्यूज ने इस पर विस्तार से खबर दी है। जिसे वहां पढ़ा जा सकता है।

शराब वाला फर्जी फोटो

राहुल गांधी के खिलाफ एक और फर्जी फोटो सोशल मीडिया पर चलाया गया। इसमें राहुल गांधी के सामने एक गिलास रखा है, जिसमें शराब दिखाई गई है और उसके पास चिकन और मेवे वगैरह रखे हुए हैं। लेकिन असल में वहां पर चाय का गिलास और मेवे वगैरह रखे हुए थे। इंडिया टुडे ने एक एजेंसी की पड़ताल रिपोर्ट शेयर करते हुए बताया कि वो फोटो फर्जी थी और उसे मोर्फ्ड किया गया था। लेकिन फर्जी फोटो बनाने वाले अपने गलत मकसद में कामयाब रहे। यह फोटो जमकर वायरल हुआ। इंडिया टुडे ने फर्जी और असली दोनों फोटो प्रकाशित किए हैं।
Operation Rahul Gandhi: who is running fake videos and photos campaign  - Satya Hindi
अब असली फोटो नीचे देखिए। किस तरह लोगों ने इतना बड़ा फर्जीवाड़ा खड़ा किया। कौन है मास्टरमाइंड, क्या जांच एजेंसियां इसका पता लगा पाएंगी।
Operation Rahul Gandhi: who is running fake videos and photos campaign  - Satya Hindi

टी शर्ट के नीचे क्या है

बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा समेत कई बीजेपी नेताओं ने राहुल गांधी का टीशर्ट वाला फूट जूम करके बताया कि राहुल ने दरअसल टीशर्ट के नीचे कुछ ऐसी चीज पहन रखी है, जो उन्हें ठंड से बचा रहा है। बीजेपी आईटी सेल ने मनजिंदर सिंह सिरसा की उस पोस्ट को वायरल किया और बीजेपी समर्थकों ने फौरन ही राहुल का मजाक उड़ाना शुरू कर दिया। लेकिन सोशल मीडिया पर लोगों ने इसका जवाब देते हुए लिखा कि वे खुद राहुल के साथ पदयात्रा में शामिल थे और दरअसल, राहुल ने टीशर्ट ही पहन रखी है। 
लोगों ने जवाब में लिखा है कि जल्द ही बीजेपी राहुल की टीशर्ट और पैंट की नाप, जूते का साइज वगैरह के बारे में भी जानकारी देगी। बीजेपी राहुल का इतना ख्याल रख रही है, उसे शुक्रिया तो कहा ही जाना चाहिए।
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क़मर वहीद नक़वी
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