कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों ने सवर्ण समेत आर्थिक रूप से पिछड़े सभी लोगों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने के प्रस्ताव को चुनावी स्टंट क़रार दिया है। उसका कहना है कि सरकार रोज़गार के मौके नहीं बना रही है।
ग़रीबों को आरक्षण देने के प्रस्ताव को चुनावी स्टंट बताया विपक्ष ने
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- 29 Mar, 2025
सवर्ण समेतआर्थिक रूप से पिछड़े सभी समुदायों के लिए सरकारी नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में आरक्षण के प्रस्ताव को कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दलों ने चुनावी स्टंट क़रार दिया है।

कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने आर्थिक रूप से कमज़ोर लोगों को सरका्री नौकरियों और शिक्षा संस्थानों में दाखिले के समय आरक्षण देने से जुड़े प्रस्ताव को कैबिनेट की मंजूरी मिलने के मुद्दे पर नरेंद्र मोदी सरकार की मंशा पर सवालिया निशान लगाया है। उन्होंने सरकार से सवाल किया है कि वह आख़िर यह आreरक्षण देगी कैसे, यह साफ़ करे। उन्होंने कैबिनट के इस क़दम को चुनावी स्टेंट क़रार दिया।
कांग्रेस के आधिकारिक प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने नरेंद्र मोदी सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि सरकार आरक्षण की बात तो करती है, पर रोजगार के मौके इसने नहीं बनाए हैं। उन्होंने कहा कि बेरोज़गारी की दर 7.5 प्रतिशत है और यह बीते 23 महीने में उच्चतम स्तर पर है। सालाना दो करोड़ नौकरियाँ पैदा करने की बात करने वाली सरकार नए रोज़गार सृजन करने में बुरी तरह नाकाम रही है। उन्होने कहा कि कांग्रेस पार्टी आरक्षण का समर्थन करती है, पर सरकार यह बताए कि वह रोज़गार कब पैदा करेगी।
सुरजेवाला ने कहा, 'स्वयं सरकार ने संसद में यह माना है कि लगभग 24 लाख सरकारी पद खाली पड़े हैं। सरकार इन खाली पदों पर भी लोगों की बहाली नहीं कर रही है।'