loader

मॉनसून सत्र: दोनों सदनों में हंगामा, दिन भर के लिए स्थगित

गुरूवार को भी संसद के दोनों सदनों- राज्यसभा और लोकसभा में जोरदार हंगामा हुआ और इस वजह से दोनों सदनों की कार्यवाही को पहले कई बार और फिर पूरे दिन के लिए स्थगित करना पड़ा। लोकसभा और राज्यसभा में कांग्रेस सांसदों ने ईडी के सामने सोनिया गांधी की पेशी के मामले को उठाया और नारेबाजी की। 

कांग्रेस सांसदों ने इस मुद्दे पर दोनों सदनों से वॉकआउट कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने संसद परिसर में प्रदर्शन भी किया। 

राज्यसभा में महंगाई, जीएसटी की बढ़ी दरों पर हंगामा हुआ और कार्यवाही बाधित हुई। 

Parliament Monsoon Session LIVE 2022 protests by Opposition - Satya Hindi

कांग्रेस सांसदों के हंगामे पर केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने लोकसभा में कहा, “कानून के सामने सब बराबर हैं या नहीं? क्या कांग्रेस अध्यक्ष एक महामानव हैं? कांग्रेस सोचती है कि वह कानून से ऊपर हैं।” 

18 जुलाई को संसद का मॉनसून सत्र शुरू होने के बाद से ही संसद के दोनों सदनों में हंगामा हो रहा है और इस वजह से राज्यसभा और लोकसभा में कामकाज नहीं हो सका है। 

बीते दिनों में दोनों सदनों में कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने महंगाई, जीएसटी की बढ़ी दरों और मूल्य वृद्धि पर चर्चा की मांग सहित कई मुद्दों पर नारेबाज़ी की है। महंगाई समेत तमाम मुद्दों को लेकर विपक्षी सांसद संसद परिसर में प्रदर्शन भी कर चुके हैं। 

Parliament Monsoon Session LIVE 2022 protests by Opposition - Satya Hindi

संसद का यह सत्र 12 अगस्त तक चलेगा और इस दौरान केंद्र सरकार 32 विधेयकों को संसद में रखेगी। इन विधेयकों में छावनी विधेयक, बहु-राज्य सहकारी समिति विधेयक, उद्यमों का विकास और सेवा केंद्र विधेयक आदि शामिल हैं। 

मॉनसून सत्र के शुरुआती दिनों को देखकर लगता है कि आने वाले कई दिन तक संसद में हंगामा और शोरगुल रहेगा और पूरा सत्र हंगामे की भेंट चढ़ सकता है। इससे पहले भी संसद के कुछ सत्रों में पेगासस जासूसी मामले और कृषि कानूनों को लेकर हंगामा हुआ था और सदन में कामकाज नहीं हो सका था। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें