संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा ने शनिवार को अयोध्या में राम मंदिर पर एक प्रस्ताव अपनाया, जिसमें इसे "शुभ अवसर" बताते हुए पूरे देश को एकजुट करने में "अद्वितीय भूमिका" निभाने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की गई।  17वीं लोकसभा की आखिरी बैठक में स्पीकर ओम बिड़ला द्वारा पढ़े गए प्रस्ताव में कहा गया, ''22 जनवरी, 2024 ने देश के हर कोने को अद्भुत आनंद और उत्साह से भर दिया है... यह एक राष्ट्रीय त्योहार बन गया है, जिसके बारे में हमारी पीढ़ियां याद रखेंगी। युगों-युगों तक मंत्रमुग्ध होते रहेंगे… हमारे माननीय प्रधान मंत्री ने भगवान राम से जुड़े इस शुभ अवसर पर पूरे देश को एकजुट करने में अद्वितीय भूमिका निभाई है।” इसी प्रस्ताव को राज्यसभा में पीठासीन अधिकारी जगदीप धनखड़ ने पढ़ा।