loader

पीएम मोदी ने एमपी में फूंका चुनावी बिगुल, विपक्षी नेताओं को जेल भेजने की धमकी

विदेश यात्रा से लौटने के बाद प्रधानमंत्री मोदी आज मंगलवार को मध्य प्रदेश में चुनावी मोड में नजर आए। उन्होंने एमपी चुनाव के मद्देनजर समान नागरिक संहिता (यूसीसी) से लेकर भ्रष्ट विरोधियों को जेल भेजने की गारंटी के साथ अपना अभियान शुरू कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल के आखिर में होने वाले मध्यप्रदेश सहित पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को भोपाल में चुनावी बिगुल फूंका। पार्टी द्वारा आयोजित ‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ जलसे में मोदी ने एक तीर से कई निशाने साधते हुए 2024 में होने वाले आम चुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने संबंधी गुरूमंत्र पार्टीजनों को दिए। 

मोदी ने कांग्रेस का नाम लिए बिना कहा, ‘चुनावी बेला में कुछ दल वोटरों को बरगलाने के लिए गारंटियां देकर का सत्ता में आने का प्रयास कर रहे हैं। देश में 20 लाख करोड़ से ज्यादा के घपले-घोटाले करने वाली एवं एक-दूसरे को फूटी आंख न सुहाने वाली पार्टियां गलबहियां कर रही हैं। मैं भी गारंटी दे रहा हूं, ऐसे दलों के घपले-घोटालेबाजों को जेल पहुंचाने में देर नहीं करूंगा।’ 

ताजा ख़बरें
प्रधानमंत्री मोदी ने समान नागरिक संहिता का मुद्दा भी उछाला। पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सवाल किया कि अगर 'तीन तलाक' इस्लाम से अलग नहीं है, तो मुस्लिम बहुल देशों में इसका चलन क्यों नहीं है? मिस्र, इंडोनेशिया, कतर, जॉर्डन, सीरिया, बांग्लादेश और पाकिस्तान में तीन तलाक का चलन क्यों नहीं है। समान नागरिक संहिता के लिए वकालत करते हुए, जिसे लागू करना भाजपा के चुनावी घोषणापत्र का हिस्सा रहा है, उन्होंने कहा कि "एक परिवार के विभिन्न सदस्यों के लिए अलग-अलग नियम" काम नहीं करते हैं और एक देश दो कानूनों पर नहीं चल सकता है। उन्होंने बताया कि मिस्र, जिसकी 90 फीसदी आबादी सुन्नी मुसलमानों की है, ने 80 से 90 साल पहले तीन तलाक को खत्म कर दिया था।

बीजेपी ने 34 राज्यों और तीन केन्द्रशासित प्रदेशों से बूथ प्रबंधन करने वाले 3 हजार कार्यकर्ताओं को भोपाल बुलाया गया था। राजधानी में आयोजित ‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ इस कार्यक्रम से देश भर के उन 10 लाख पार्टी कार्यकर्ताओं को कार्यक्रम से वर्चुअली जोड़ा गया था, जिनके पास बूथ प्रबंधन की जिम्मेदारी है।

‘स्क्रिप्टेड सवालों के पीएम ने दिए जवाब’

बीजेपी द्वारा पूरा जलसा कुछ हटके रहा। प्रधानमंत्री ने बूथ प्रबंधकों से सीधी बात के आयोजन के लिए संगठन की पीठ थपथपाते हुए कहा, ‘केन्द्रीय इकाई बैठती है। सीएम कांफ्रेंसेस होतीं हैं। अध्यक्ष-महासचिव मिलते हैं। कार्यसमितियों की बैठकें होती हैं। लेकिन मतदान केन्द्र पर मेहनत करने वालों से बातचीत का आयोजन अनूठा और आनंदित करने वाला है।’

स्क्रिप्टेड सवाल-जवाबों की आड़ में मोदी ने सभी दलों को नाम लेकर आड़े हाथों लिया। 

गुजरात की एक बूथ प्रबंधक के सवाल के जवाब में विपक्षी दलों को आड़े हाथों लेते हुए मोदी ने कहा, ‘साल 2014 और 2019 के चुनावों भी विरोधी दल छटपटाए थे, लेकिन इस बार की छटपटाहट बहुत ज्यादा है।’

कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, ‘एक-दूसरे को फूटी आंख न सुहाने वाले दल आज गलबहियां कर रहे हैं। भ्रष्टाचार की बातें वे लोग कर रहे हैं जिन्होंने 20 लाख करोड़ से ज्यादा के घोटाल किए। जो जेल होकर आये।’ पीएम मोदी ने चेतावनी भरे लहजे में कहा, ‘चुनाव जीतने के लिए भरमाने वाली गारंटियां दी जा रही हैं। मैं भी गारंटी रहा हूं, घपले-घोटालेबाजों को बख्शूंगा नहीं। गरीब का हक मारने, कमीशनखोरी और कट लेने वालों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाऊंगा।’

मोदी की गारंटीः तंज कसते हुए प्रधानमंत्री यह भी कहा, ‘हर चोर-लुटेरे पर कार्रवाई की गारंटी मैं दे रहा हूं। जिसने गरीब और देश को लूटा है, उससे हिसाब होकर रहेगा। कानून का डंडा चल रहा है, जेल की सलाखें सामने दिख रहीं हैं तो ये दल जुगलबंदी कर रहे हैं। कामन मिनिमम प्रोग्राम एक्शन से बचने का है। विपक्षी एकता के पीछे 20 लाख करोड़ के घोटाले की गारंटी है।’

प्रधानमंत्री ने देशवासियों से अपील करते हुए कहा, ‘देश के विकास की गति को तीव्र बनाये रखना है, अपने बेटे-बेटियों और परिवार का भला चाहना है तो भाजपा को वोट दीजिये।यदि गांधी परिवार के बच्चों, मुलायम सिंह के बेटे, लालू यादव के बच्चों, शरद पवार की बिटिया, करूणा निधि के पोते-पोतियों, फारूख अब्दुल्ला के बच्चों और के.एस.चंद्रशेखर के बच्चों को आगे बढ़ाना है तो उनके दलों को वोट कीजिए।’ 

मंहगाई से जुड़े सवाल पर मोदी ने दिया यह जवाबः राजस्थान के बूथ कार्यकर्ता रचित कछवाह के सवाल के जवाब में मोदी ने कहा, ‘महंगाई बड़ा विषय है।’ आगे कहा, ‘पड़ोसी देश पाकिस्तान में महंगाई की दर 38 प्रतिशत, श्रीलंका में 25 फीसदी और बांग्लादेश में 10 प्रतिशत है। भारत में महंगाई की दर मात्र 5 फीसदी है। हमने महंगाई को बेकाबू नहीं होने दिया है।’ प्रधानमंत्री ने यूपीए सरकार के कार्यकाल का स्मरण कराते हुए कहा, ‘यूपीए सरकार में प्रतिदिन एक जीबी मोबाइल डाटा, एलईडी बल्व दवाओं के लिए भारी कीमत चुकानी पड़ती थी। हमने तीनों चीजें सस्तीं कीं। लोगों को इससे बड़ी बचत हा रही है। बचत का उपयोग अन्य कामों के लिए लोग आज कर रहे हैं।’

पाकिस्तान में तीन तलाक़ क्यों नहीं है..?

प्रधानमंत्री ने तुष्टिकरण के सवाल का जवाब भी विस्तार दिया और कहा, ‘जो भी तीन तलाक के पक्ष में बात करते हैं, वकालत करते हैं, ये वोटबैंक के भूखे लोग मुस्लिम बेटियों के साथ बहुत बड़ा अन्याय कर रहे हैं। तीन तलाक से नुकसान का दायरा बड़ा है। बहुत अरमानों से पिता अपनी बेटी को ससुराल भेजता है। 8-10 साल बाद बेटी वापस आती है, तो उसका भाई, पिता सब उसकी चिंता में दुखी हो जाता हैं।’

उन्होंने कहा, ‘तीन तलाक का इस्लाम से संबंध होता तो दुनिया के मुस्लिम बहुल्य देश इसे खत्म नहीं करते। मिस्र में 90% से ज्यादा सुन्नी मुस्लिम हैं। 80-90 साल पहले वहां तीन तलाक की प्रथा समाप्त हो चुकी है। अगर तीन तलाक इस्लाम का जरूरी अंग है, तो पाकिस्तान, इंडोनेशिया, कतर, जॉर्डन, सीरिया, बांग्लादेश में क्यों नहीं है। मुस्लिम बेटियों पर तीन तलाक का फंदा लटकाकर कुछ लोग उन पर हमेशा अत्याचार करने की खुली छूट चाहते हैं। इसीलिए मेरी मुस्लिम बहनें, बेटियां भाजपा और मोदी के साथ हैं।’

आज हम देख रहे हैं कि यूनिफॉर्म सिविल कोड के नाम पर भड़काने का काम हो रहा है। एक घर में परिवार के सदस्य के लिए एक कानून हो, परिवार के दूसरे सदस्य के लिए दूसरा कानून हो, तो क्या वो घर चल पाएगा? फिर ऐसी दोहरी व्यवस्था से देश कैसे चल पाएगा। भारत के संविधान में भी नागरिकों के समान अधिकार की बात कही गई है। सुप्रीम कोर्ट कह रही है कि कॉमन सिविल कोड लाओ।

देश से और खबरें

पसमांदा मुस्लिम भाई-बहन हैं। वोट बैंक की राजनीति करने वालों ने इनका तो जीना मुश्किल करके रखा है। वे तबाह हो गए, कोई फायदा नहीं मिला। कष्ट में गुजारा करते हैं। उनकी आवाज सुनने के लिए कोई तैयार नहीं। उनके ही धर्म के एक वर्ग ने पसमांदा मुसलमानों का शोषण किया है। इस पर देश में कभी चर्चा नहीं हुई। इनके साथ भेदभाव हुआ। इसका नतीजा इनकी कई पीढ़ियों को भुगतना पड़ा। भाजपा सबका विकास, सबका साथ की भावना से काम कर रही है। तलाक और यूनिफॉर्म सिविल कोड पर प्रधानमंत्री से उत्तरप्रदेश की BJP कार्यकर्ता रानी चौरसिया ने सवाल पूछा था- तीन तलाक और यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर मुस्लिम भाई-बहनों का भ्रम कैसे दूर करें?

पांच वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को भोपाल में रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से देश की 5 नई वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया। पीएम ने पहले रांची-पटना, धारवाड़-केएसआर बेंगलुरु और गोवा (मडगांव)-मुंबई को वर्चुअली लॉंच किया। बाद में मध्यप्रदेश की दो वंदे भारत भोपाल-इंदौर और रानी कमलापति-जबलपुर को झंडी दिखाई। ये दोनों ट्रेन एक साथ रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से रवाना हुईं। कार्यक्रम के पहले पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘ये ट्रेनें मध्यप्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गोवा, बिहार और झारखंड में कनेक्टिविटी में सुधार करेंगी।’

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें