डीआरडीओ प्रमुख डॉ. समीर वी. कामत ने हाल ही में संपन्न 2023 पेरिस एयर शो के मौके पर पेरिस के पास सफरान इंजन फैक्ट्री और आर एंड डी केंद्र का खासतौर पर दौरा किया था। सूत्रों ने बताया कि अब रक्षा मंत्री और फ्रांस के साथ एनएसए के नेतृत्व वाली रणनीतिक वार्ता के तहत इंजन प्रस्ताव पर चर्चा चल रही है।
अमेरिकी और फ्रांसीसी पेशकश में फर्क ये है कि अमेरिका के साथ GE-414 इंजन तकनीक को बनाने और आकार देने में भारत को कम से कम दस साल लगेंगे। जबकि इसके मुकाबले फ्रांसीसी सफरान पूरी तरह नया इंजन, नई डिजाइन, सारी आपूर्ति श्रृंखलाओं का गुप्त अनुपालन और भारत में स्थित फौरन निर्माण शामिल है। दोनों के रेट में भी काफी फर्क है। अमेरिकी जेट इंजन सौदे की कीमत अमेरिकी डॉलर के संदर्भ में प्रति इंजन बेहद प्रतिस्पर्धी होगी। जबकि सफरान पूर्ण डिजाइन और सॉफ्टवेयर टूल के साथ भारत में गैस टरबाइन प्रौद्योगिकी में उत्कृष्टत केंद्र स्थापित करेगी।