खन्ना मंडी में खरीद की आस में बैठे किसान
पंजाब के सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों ने भाजपा पर तीन कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब के किसानों से बदला लेने के लिए जानबूझकर राज्य में परेशानी पैदा करने का आरोप लगाया। किसानों के एक साल के लंबे विरोध के बाद 2021 में सरकार को तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा था।
जो आंकड़े उपलब्ध हैं, उसके मुताबिक पिछले हफ्ते तक केंद्रीय खरीद एजेंसी भारतीय खाद्य निगम और राज्य सरकार की एजेंसियों ने ज्यादातर पंजाब, हरियाणा और तमिलनाडु के किसानों से 4 मिलियन टन (एमटी) धान खरीदा है, जो पिछले सीजन (2023-24) की समान अवधि में खरीदे गए 6.52 मीट्रिक टन धान से 39% कम है।