loader

इंदिरा की हत्या के बाद बहुत डर गयी थीं प्रियंका, पिता राजीव के आने तक नहीं सोती थीं 

राजनीति से जुड़े लोगों पर जब तरह-तरह के आरोप लगते हैं तो उनके बच्चों पर क्या बीतती है या उन आरोपों पर उनकी क्या प्रतिक्रिया होती है, इसे प्रियंका गांधी के मामले से समझा जा सकता है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा पर जब भ्रष्टाचार के आरोप लगे तो उन्होंने अपने बच्चों को उसके बारे में सबकुछ बताया था।
देश से और खबरें

प्रियंका ने बच्चों से क्या कहा?

'इंडिया टुमॉरो : कनवरसेशन्स विद द नेक्स्ट जेनरेशन ऑफ़ पॉलिटिकल लीडर्स' नामक पुस्तक में इसके बारे में चर्चा की गई है। इस किताब में प्रियंका गांधी का इंटरव्यू छापा गया है।
'द प्रिंट' ने इस पर विस्तार से ख़बर की है। उस ख़बर में कहा गया है कि इस पुस्तक के मुताबिक़, प्रियंका गांधी ने अपने 13 वर्षीय बेटे रेहान से मुलाक़ात की और उन्हें हर लेनदेन की जानकारी दी। यह 2013 की बात है और रेहान उस समय किसी बॉयज़ हॉस्टल में रहते थे। प्रियंका गांधी ने कहा,

'मेरे पति के ख़िलाफ़ तमाम तरह के आरोप लगने के बाद मेरी पहली प्रतिक्रिया यह थी कि मैंने अपने 13 साल के बेटे से मुलाक़ात की और उसे हर लेनदेन दिखाया।'


प्रियंका गांधी, महासचिव, कांग्रेस

उन्होंने कहा, 'मैंने अपनी बेटी को भी यह बताया, मैं अपने बच्चों से कुछ भी नहीं छिपाती, मैं अपनी ग़लतियाँ और कमज़ोरियाँ भी उन्हें बताती हूँ। मैं उनसे बहुत ही खुली हुई हूँ।'

रॉबर्ट वाड्रा से लंबी पूछताछ

कांग्रेस के इस महासचिव ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय में उनके पति से घंटों पूछताछ चलती रहती थी, टेलीविज़न चैनलों पर लंबी बहसें हुआ करती थीं और इनसब का बच्चों पर असर पड़ता था। प्रियंका ने कहा, 'मेरा बेटा हॉस्टल में रहता था और इन चीजों से उसे बहुत दिक्क़तों का सामना करना पड़ा था।'
प्रियंका गांधी ने इस पुस्तक के लिए दिए गए इंटरव्यू में यह भी कहा है कि 'जब उनके बच्चे बहुत ही छोटे थे ख़बर छपी थी कि उनकी नानी (सोनिया गांधी) रूसी जासूस थीं, केजीबी के लिए काम करती थीं और पुरातत्व महत्व की चीजें तस्करी कर देश के बाहर भेजती थीं।'

सोनिया थीं रूसी जासूस?

प्रियंका गांधी ने कहा, 'लेकिन बच्चों ने पाया कि उनकी नानी तो बिल्कुल मामूली इतालवी नानी की तरह थीं, वह रसोई घर में घुसी रहती थीं, पास्ता सॉस बनाती थीं, घर साफ़ करती थीं, कपड़े प्रेस करती थीं।' उन्होंने कहा, 

'बच्चे नानी के रूसी जासूस होने, केजीबी के लिए काम करने और पुरातत्व महत्व की चीजों की तस्करी जैसी बातों पर हंसते थे।'


प्रियंका गांधी, महासचिव, कांग्रेस

प्रियंका का बचपन

प्रियंका गांधी ने अपने बचपन में ही दादी इंदिरा गांधी की हत्या और उससे उपजे डर के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि वह इस तरह डर गई थीं कि जब कभी उनके पिता राजीव गांधी बाहर जाते, वह तब तक नहीं सोती थीं जब तक वापस नहीं लौट आते थे। हर बार उन्हें लगता था कि उनके पिता अब लौट कर घर नहीं आएंगे। प्रियंका ने कहा  कि पहले वह बहुत ही बोलने वाली एक्सट्रोवर्ट बच्ची थीं, पर बाद में वह धीरे-धीरे अंतरमुखी बन गईं।
प्रियंका ने इस पुस्तक को दिए इंटरव्यू में कहा कि उन्होंने भरपूर कोशिश की कि उनके बच्चों का बचपन सामान्य हो। उन्होंने कहा कि उनके 'कंधों पर हमेशा दादी और पिता की हत्या का बोझ रहा, उनके बच्चों पर राजनीतिक प्रचार का बोझ रहेगा।'

राहुल-प्रियंका में अंतर

प्रियंका गांधी ने अपने भाई राहुल गांधी के बारे में भी कुछ निजी बातें बताईं। उन्होंने कहा कि 'उनके और राहुल की बीच कुछ बुनियादी अंतर है। उन्होंने कहा, 

'राहुल हमेशा दूर की सोचते हैं, वह 15 साल की योजना पर सोचते रहते हैं, पर प्रियंका खुद ऐसा नहीं कर पाती हैं, वह उस क्षण के बारे में सोचती हैं। जब राहुल 15 साल आगे की सोचते रहते हैं, मैं 5 दिन आगे की बात सोचती रहती हूँ।'


प्रियंका गांधी, महासचिव, कांग्रेस

उन्होंने यह भी कहा कि राहुल में गुस्सा उनकी तुलना में बहुत ही कम है। वह अधिक बुद्धिमान हैं।
प्रियंका गांधी की यह लंबी बातचीत इसलिए अहम है कि उन्होंने इसमें कई अहम निजी बातें बताईं। उनकी बताई कई निजी बातों का राजनीतिक निहितार्थ भी है और उनसे कांग्रेस पार्टी को समझने में भी मदद मिलती है।
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें