केंद्र सरकार ने रविवार को इस बात से इनकार किया है कि उसने एक्स से रॉयटर्स के भारत में हैंडल को रोके जाने के लिए कोई क़ानूनी अनुरोध किया है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा, 'भारत सरकार की ओर से रॉयटर्स हैंडल को रोकने की कोई ज़रूरत नहीं है। हम इस समस्या को हल करने के लिए एक्स के साथ लगातार काम कर रहे हैं।' यह सफ़ाई रॉयटर्स के भारत में एक्स हैंडल पर यह दिखाए जाने के कुछ घंटों बाद आया है कि इसे 'क़ानूनी मांग के जवाब में' ब्लॉक कर दिया गया। रायटर्स के बाद चीन का सरकारी मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स न्यूज और तुर्की के टीआरटी वर्ल्ड के एक्स अकाउंट को भी रोक दिया गया है।
रॉयटर्स, ग्लोबल टाइम्स, टीआरटी वर्ल्ड के एक्स अकाउंट बैन, जानें सरकार ने क्या कहा
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- 6 Jul, 2025
रॉयटर्स का एक्स अकाउंट भारत में क्यों ब्लॉक कर दिया गया है? क्या इसकी कोई वजह बताई गई? इस कदम ने मीडिया स्वतंत्रता और सरकारी पारदर्शिता को लेकर नई बहस छेड़ दी है। जानिए पूरा मामला।

अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी रॉयटर्स का आधिकारिक एक्स अकाउंट भारत में 5 जुलाई की देर रात से ब्लॉक कर दिया गया है। अकाउंट पर एक मैसेज दिख रहा है, जिसमें लिखा है, 'रायटर्स को भारत में कानूनी मांग के जवाब में रोका गया है।' इसके साथ ही, रॉयटर्स का एक अन्य प्रमुख अकाउंट ReutersWorld भी भारत में अनुपलब्ध है। हालाँकि, रॉयटर्स टेक न्यूज, रॉयटर्स फैक्ट चेक, रॉयटर्स पिक्चर्स, रॉयटर्स एशिया और रॉयटर्स चाइना जैसे रॉयटर्स के अन्य जुड़े अकाउंट अभी भी भारत में उपलब्ध हैं। रॉयटर्स की वेबसाइट भी भारत में चल रही है। इसका मतलब है कि यह कार्रवाई विशेष रूप से उनके मुख्य एक्स अकाउंट तक सीमित है। हालाँकि, इस कार्रवाई का ठोस कारण अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है। इस घटना ने प्रेस की स्वतंत्रता और डिजिटल नियंत्रण को लेकर बहस छेड़ दी है।