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इंदिरा की हत्या पर कनाडा में उत्सवी इवेंट से जयशंकर नाराज़

भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या का आख़िर कनाडा में जश्न मनाने वाले लोग कौन हैं? क्या किसी देश की प्रधानमंत्री की हत्या का जश्न मनाने दिया जा सकता है? दरअसल, यह भारत और कनाडा के बीच एक मुद्दा बन गया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इंदिरा गांधी की हत्या का जश्न मनाने वाले कार्यक्रम को लेकर गुरुवार को कनाडा पर निशाना साधा है। मीडिया से बातचीत में जयशंकर ने कहा कि कनाडा में अलगाववादियों, चरमपंथियों और हिंसा की वकालत करने वाले लोगों को दी गई जगह भारत के साथ उसके संबंधों के लिए अच्छा नहीं है।

विदेश मंत्री की यह टिप्पणी कनाडा के ब्रैम्पटन में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या का जश्न मनाने के एक कार्यक्रम को लेकर उठे बवाल के बीच आई है। इंदिरा गांधी जनवरी 1966 से मार्च 1977 तक और फिर जनवरी 1980 से अक्टूबर 1984 में उनकी हत्या तक भारत की पहली और एकमात्र महिला प्रधानमंत्री थीं। 31 अक्टूबर, 1984 को उनके आधिकारिक निवास पर उनके ही दो अंगरक्षकों द्वारा उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

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इस मुद्दे को कांग्रेस ने भी जयशंकर से कनाडा के अधिकारियों के साथ मज़बूती से उठाने का आग्रह किया। कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा ने सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो को साझा किया। वह वीडियो कथित तौर पर हाल ही में ब्रैम्पटन में इंदिरा गांधी की हत्या को दर्शाने वाली परेड में एक झांकी का बताया गया।

मिलिंद देवड़ा ने ट्वीट किया, 'कनाडा के ब्रैम्पटन शहर में इंदिरा गांधी की हत्या को दर्शाने वाली 5 किमी लंबी परेड से एक भारतीय के तौर पर मैं स्तब्ध हूं।' देवड़ा ने कहा, 'यह पक्ष लेने के बारे में नहीं है, यह देश के इतिहास के सम्मान और इसके प्रधानमंत्री की हत्या की पीड़ा के बारे में है।'

देवड़ा के ट्वीट को टैग करते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, 'मैं पूरी तरह से सहमत हूं! यह निंदनीय है और डॉ. एस जयशंकर को इसे कनाडा के अधिकारियों के साथ मजबूती से उठाना चाहिए।'
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इस बीच भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर का गुरुवार को इस पर प्रतिक्रिया आई। उनकी यह प्रतिक्रिया तब आई है जब उनसे कनाडा एनएसए के उस बयान पर प्रतिक्रिया मांगी गई थी जिसमें उन्होंने कहा था कि 'भारत दखल दे रहा है'। टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार जयशंकर ने कहा, 'मुझे लगता है कि इसमें एक बड़ा मुद्दा शामिल है। स्पष्ट रूप से हम वोट बैंक की राजनीति के अलावा यह समझ नहीं पा रहे हैं कि कोई ऐसा क्यों करेगा।'

उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि अलगाववादियों, चरमपंथियों, हिंसा की वकालत करने वाले लोगों को दी जाने वाली जगह के बारे में एक बड़ा अंतर्निहित मुद्दा है। मुझे लगता है कि यह रिश्तों के लिए अच्छा नहीं है, कनाडा के लिए अच्छा नहीं है।'

इधर, भारत में कनाडा के उच्चायुक्त कैमरन मैके ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि वह इस घटना से हैरान हैं।

अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कैमरून मैके ने कहा, 'कनाडा में एक कार्यक्रम की रिपोर्ट से मैं स्तब्ध हूं, जिसने दिवंगत भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या का जश्न मनाया। नफरत या हिंसा के महिमामंडन के लिए कनाडा में कोई जगह नहीं है। मैं स्पष्ट रूप से इन गतिविधियों की निंदा करता हूं।'

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क़मर वहीद नक़वी
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