बेटियों को संपत्ति का अधिकार देने के मामले में सुप्रीम कोर्ट का एक अहम फ़ैसला आया है। इसने गुरुवार को कहा है कि एक हिंदू पुरुष की बिना वसीयत लिखे मौत हो जाती है तो बेटियों को पिता की अर्जित संपत्ति में भी अधिकार होगा। इसके अलावा बेटियां अन्य संपत्तियों को विरासत में पाने की भी हकदार होंगी और उन्हें परिवार के अन्य समकक्ष सदस्यों यानी पिता के भाई के बेटे-बेटियों पर वरीयता मिलेगी।
वसीयत नहीं तो बेटियों को पिता की अर्जित संपत्ति में भी अधिकार: सुप्रीम कोर्ट
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- 21 Jan, 2022
बिना वसीयत लिखे यदि पिता की मृत्यु हो जाए तो संपत्ति का अधिकार बेटी को या फिर भाई के बेटे को? जानिए, सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा।

सुप्रीम कोर्ट का यह फ़ैसला मद्रास हाई कोर्ट के फ़ैसले के ख़िलाफ़ अपील पर आया है। यह फ़ैसला हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम के तहत हिंदू महिलाओं और विधवाओं के संपत्ति अधिकारों से संबंधित है। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एस अब्दुल नजीर और जस्टिस कृष्ण मुरारी की बेंच ने सुनवाई की।