सोनम वांगचुक की पत्नी डॉ. गीतांजलि अंगमो ने सुप्रीम कोर्ट में एक संशोधन याचिका दाखिल कर एनएसए हिरासत को चुनौती दी है। वांगचुक को हाल ही में लद्दाख में हुए प्रदर्शनों के दौरान हिंसा भड़कने के बाद गिरफ्तार किया गया था। अंगमो का कहना है कि हिरासत का आदेश क़ानूनी रूप से ग़लत है, क्योंकि यह पुरानी और बेकार एफ़आईआर, ग़ैर-ज़रूरी सामग्री और झूठे बयानों पर आधारित है। अंगमो ने सोनम वांगचुक की हिरासत को उनके असहमति के लोकतांत्रिक और संवैधानिक अधिकार को रोकने का एक सोचा-समझा प्रयास करार दिया है।
वांगचुक की पत्नी ने SC से कहा- 'हिरासत असहमति को दबाने की सोची-समझी कोशिश'
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- 29 Oct, 2025

लद्दाख के एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी पर उनकी पत्नी गीतांजलि अंगमो ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि यह असहमति की आवाज़ को दबाने की सुनियोजित कोशिश है।

अंगमा ने याचिका में कहा है कि हिरासत की वजहें पाँच एफ़आईआर पर टिकी हैं। इनमें से तीन एफ़आईआर एक साल से ज़्यादा पुरानी हैं। इनमें वांगचुक के ख़िलाफ़ कोई इल्जाम नहीं है और न ही उनका नाम लिया गया है। लाइव लॉ की रिपोर्ट के अनुसार पांचवीं एफ़आईआर हिरासत से एक दिन पहले की है, जिसमें सिर्फ 'अज्ञात उपद्रवियों' का ज़िक्र है। इसमें लिखा है, 'कुछ शरारती युवक साजिश रचकर भूख हड़ताल में शामिल लोगों को उकसाकर जुलूस में बदल दिया... फिर इन उपद्रवियों ने लद्दाख ऑटोनोमस हिल डेवलपमेंट काउंसिल यानी एलएएचडीसी के दफ्तर पर पत्थर फेंके... पुलिस पर हमला किया।'






















