पिछले साल जनवरी में, जब सुप्रीम कोर्ट ने 2017 में पर्यावरण मंत्रालय द्वारा शुरू की गई माफी योजना को विस्तार देने वाले 2021 के कार्यालय ज्ञापन (OM) पर रोक लगाई थी, तो उसने 2017 के अधिसूचना की वैधता पर सवाल नहीं उठाया था। लेकिन शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने 2017 की मूल अधिसूचना और 2021 के कार्यालय ज्ञापन को अवैध घोषित कर दिया, साथ ही इन्हें लागू करने के लिए जारी किए गए सभी परिपत्रों, आदेशों और अधिसूचनों को भी रद्द कर दिया।
सुप्रीम कोर्ट ने पर्यावरण मंजूरी के 'एक्स-पोस्ट-फैक्टो' रास्ते को अवैध घोषित किया
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- 17 May, 2025
सुप्रीम कोर्ट ने पर्यावरणीय मंज़ूरी की अनुमति देने वाली 2017 और 2021 की अधिसूचनाओं को अवैध बताते हुए रद्द कर दिया है। आखिर इसकी वजह क्या है। इससे 100 से ज़्यादा परियोजनाएँ कैसे प्रभावित हुई हैं।
