भारत के निर्वाचन आयोग (ईसीआई) द्वारा घोषित विशेष गहन संशोधन (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन - SIR) का विपक्षी दलों ने तीखा विरोध किया है। तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल जैसे चुनावी राज्यों में सत्ताधारी दल डीएमके और टीएमसी ने इसे लोकतंत्र के खिलाफ साजिश करार देते हुए कड़ा रुख अपनाया है। डीएमके ने 2 नवंबर को सर्वदलीय बैठक बुलाने का ऐलान किया है, जबकि टीएमसी ने चुनाव आयोग को 'अत्यधिक समझौतावादी' बताते हुए इसके खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी है। सीपीएम ने भी इसे मनमाना कदम ठहराया है। यह विवाद बिहार में हाल ही में SIR अभियान के दौरान मतदाता सूची से अल्पसंख्यकों, अनुसूचित जातियों और महिलाओं के नाम काटे जाने के आरोपों से पैदा हुआ है।
SIR का तमिलनाडु-बंगाल ने जबरदस्त विरोध किया, डीएमके की 2 नवंबर को सर्वदलीय बैठक
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- 28 Oct, 2025

SIR Controversy: तमिलनाडु की डीएमके और पश्चिम बंगाल की टीएमसी ने एसआईआर का तीखा विरोध किया है। डीएमके ने 2 नवंबर को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। दोनों दलों ने इसे मताधिकार छीनने की साज़िश बताया। सीपीएम ने कहा ये मनमाना कदम है।

टीएमसी की ममता बनर्जी और डीएमके के एमके स्टालिन ने एसआईआर का तीखा विरोध किया है।


















