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कश्मीर पर मध्यस्थता करने से संयुक्त राष्ट्र का इनकार

संयुक्त राष्ट्र ने कश्मीर मुद्दे पर हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया है। महासचिव अंटोनियो गुटरस ने साफ़ शब्दों में कहा है कि भारत-पाकिस्तान आपसी बातचीत के ज़रिए कश्मीर मसले को सुलझाएँ। 
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग (यूएनएचआरसी) के 42वें सम्मेलन से एक ठीक एक दिन बाद महासचिव ने कश्मीर मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने की संभावना जताई और कहा कि दोनों देशों को आपसी बातचीत से यह मामला सुलझा लेना चाहिए। 
इंडियन एक्सप्रेस ने पीटीआई के हवाले से ख़बर दी है कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफ़ान दुजारिच ने कहा :

अंटोनियो गुटरस का संदेश सबके लिए समान है जो उन्होंने सार्वजनिक तौर पर कहा है और आपसी बातचीत में भी। वह भारत-पाकिस्तान के बढ़ते तनाव पर चिंतित हैं। वह दोनों देशों से अपील करते हैं कि वे आपसी बातचीत से मामले को सुलझा लें।


स्टीफ़ान दुजारिच, संयुक्त राष्ट्र महासचिव

पीटीआई का कहना है कि जब उसने दुजारिच से सवाल किया कि क्या संयुक्त राष्ट्र महासभा की सालाना बैठक के दौरान गुटरस भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करेंगे, गुटरस के प्रवक्ता ने यह जवाब दिया। लेकिन इसके साथ ही दुजारिच ने मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष को उद्धृत किया कि कश्मीर मसले का समाधान मानवाधिकारों का पूरी तरह से सम्मान कर ही किया जा सकता है। 
पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा ख़त्म किए जाने के फ़ैसले के बाद अब तक दो बार कश्मीर का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र में उठाया। उसके कहने पर चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने की माँग की। परिषद की अनौपचारिक बैठक हुई, जिसमें कश्मीर का मुद्दा उठा। लेकिन किसी देश ने चीन का समर्थन नहीं किया। बैठक के बाद कोई बयान जारी नहीं किया गया, इसका कोई रिकार्ड नहीं रखा जाएगा। इसके बाद मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग (यूएनएचआरसी) की बैठक में पाकिस्तान ने यह मुद्दा उठाया। लेकिन भारत ने इसका यह कह कर ज़ोरदार विरोध किया कि कोई देश अंदरूनी मामले में किसी तरह का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं करेगा। 
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क़मर वहीद नक़वी
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