उत्तराखंड का विधेयक जब कानून बन जाएगा, तो यह विवाह, तलाक, विरासत आदि को नियंत्रित करने वाले व्यक्तिगत धार्मिक कानूनों की जगह ले लेगा। राज्य विधानसभा में भाजपा के स्पष्ट बहुमत के कारण विधेयक पारित होने की उम्मीद है। उत्तराखंड में पारित होने के बाद कम से कम भाजपा शासित राज्य इसे फौरन लागू करने की कोशिश करेंगे। 2024 के आम चुनाव से पहले इसे तमाम राज्यों में लागू कर दिया जाएगा।