क्या सदियों से बनी भारत की धर्मनिरपेक्ष, बहुलतावादी, समन्वयवादी छवि तार-तार हो गई है? क्या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की फ़जीहत हो रही है? क्या इसके लिए खुद भारत के लोग ज़िम्मेदार हैं?
धर्म संसद पर भारत की फ़जीहत, पाक ने दिया राजनयिक विरोध पत्र
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- 28 Dec, 2021
क्या उत्तराखंड धर्म संसद के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की फ़जीहत हो सकती है? पाकिस्तान ने क्यों दिया राजनयिक विरोध पत्र और लगाया मुसलमानों के नरसंहार का आरोप?

इन सवालों का जवाब हमें इससे मिल सकता है कि पाकिस्तान ने भारत के उच्चायुक्त को बुला कर फटकार लगाई है और विरोध पत्र थमाया है। पाकिस्तान ने उत्तराखंड के हरिद्वार में हुए धर्म संसद में कही गई बातों पर औपचारिक रूप से विरोध जताया है। इसके साथ ही उसने मुसलमानों के नरसंहार का आरोप भारत पर जड़ दिया है।
क्या कहा है पाकिस्तान ने?
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता आसिम इफ़्तिख़ार अहमद ने बयान जारी किया है कि 'आज भारतीय कूटनीति के प्रमुख को विदेश मंत्रालय में तलब किया गया और भारतीय मुसलमानों के नरसंहार करने के हिंदुत्व समर्थकों के खुलेआम आह्वान पर पाकिस्तान सरकार की गंभीर चिंताओं से भारत सरकार को अवगत कराने को कहा है।'