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अडानी के शेयर फिर गिरे, हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद आधा रह गया मूल्य

गौतम अडानी की कंपनियों के शेयरों का गिरना शुक्रवार को भी जारी रहा। अधिकतर कंपनियों के शेयर लोअर सर्किट पर बंद हुए। समूह की सबसे प्रमुख कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज में भी आज लगातार तीसरे दिन भी बड़ी गिरावट आई। एक समय तो इसके शेयरों में 35 फ़ीसदी की भारी गिरावट दर्ज की गई और यह क़रीब 1000 रुपए पर आ गया था, लेकिन बाद में स्थिति थोड़ी सुधरी। अडानी की दूसरी अन्य कंपनियों की हालत भी ऐसे ही ख़राब रही।

हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद से अडानी कंपनियों के शेयरों की क़ीमतें धड़ाम गिरी हैं और इससे समूह का मूल्य क़रीब आधा ही रह गया है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से अब तक क़रीब 120 बिलियन यानी 1.2 ख़रब डॉलर का नुक़सान हुआ है। यह गिरावट अब कई कंपनियों में 60 फ़ीसदी के आसपास हो गयी है। 

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यह रिपोर्ट अडानी समूह की प्रमुख कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज की 20,000 करोड़ रुपये की फॉलो-ऑन शेयर बिक्री से पहले आई। समूह का फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर यानी एफपीओ 31 जनवरी को बंद हो गया। हालाँकि तय समय में यह पूरी तरह सब्सक्राइब्ड हो गया था, लेकिन इस बीच समूह ने शेयर बाज़ार में उथल-पुथल के बीच अपने एफ़पीओ को वापस लेने यानी रद्द करने की घोषणा कर दी है। 

एफ़पीओ रद्द किए जाने के बाद भी अडानी की कंपनियों के शेयरों की क़ीमतें गिरनी जारी रहीं। शुक्रवार दोपहर डेढ़ बजे तक अडानी ट्रांसमिशन और अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयर लोअर सर्किट के स्तर पर 10 फ़ीसदी गिरे। 

अडानी टोटल गैस, अडानी गैस, अडानी विल्मर लिमिटेड, अडानी पावर, एनडीटीवी लोअर सर्किट के स्तर पर 5 फ़ीसदी गिरे। अडानी पोर्ट के शेयर क़रीब साढ़े तीन फ़ीसदी नीचे चल रहे हैं। अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर भी दोपहर डेढ़ बजे तक क़रीब साढ़े 14 फ़ीसदी नीचे रहे।
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विवादों में घिरे अरबपति गौतम अडानी ने गुरुवार को जोर देकर कहा है कि उनके समूह के फंडामेंटल मजबूत थे। लेकिन इसके बावजूद अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा पिछले सप्ताह किए गए दावों के बाद अडानी के साम्राज्य को बड़ा नुक़सान हुआ है।

हिंडनबर्ग अमेरिका स्थित निवेश रिसर्च फर्म है जिसे एक्टिविस्ट शॉर्ट-सेलिंग में महारत हासिल है। हिंडनबर्ग रिसर्च ने उद्योगपति गौतम अडानी की कंपनियों पर स्टॉक में हेरफेर और लेखा धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि हमने अपनी रिसर्च में अडानी समूह के पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों सहित दर्जनों व्यक्तियों से बात की, हजारों दस्तावेजों की जांच की और इसकी जांच के लिए लगभग आधा दर्जन देशों में जाकर साइट का दौरा किया।

रिपोर्ट आने के बाद अडानी समूह को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। अब भारतीय स्टॉक एक्सचेंज ने अडानी एंटरप्राइजेज सहित अडानी समूह की कम से कम तीन कंपनियों को बीएसई और एनएसई की निगरानी में डाल दिया है।

अडानी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक और झटका लगने जा रहा है। S&P डाउ जोंस ने कहा है कि वह अडानी समूह की प्रमुख फर्म अडानी एंटरप्राइजेज को 7 फरवरी से अपने इंडेक्स से हटा देगा। डाउ जोंस ने तमाम मीडिया विश्लेषण और हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट आने के बाद पहली बार यह घोषणा की है। 

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क़मर वहीद नक़वी
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