जीडीपी के आँकड़े ‘बढ़ा-चढ़ा कर पेश करने’ के मामले में अब प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद और मोदी के पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यन आमने-सामने आ गये हैं। परिषद ने जीडीपी के आँकड़े पर सुब्रमण्यन के शोध को ‘मोस्ट अनयूजूअल एक्सरसाइज़’ यानी सबसे असामान्य अभ्यास कहकर उनके दावों को ख़ारिज़ कर दिया है। ऐसे में अब सही किसे माना जाए। जैसा कि परिषद आरोप लगा रही है, क्या प्रधानमंत्री का आर्थिक सलाहकार रहे अर्थशास्त्री ने शोध सही नहीं किया है? अरविंद सुब्रमण्यन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ही आर्थिक सलाहकार रहे थे और यह परिषद भी प्रधानमंत्री मोदी को ही सलाह देती है। तो गड़बड़ी कहाँ होने की संभावना है? आर्थिक मोर्चे पर सबकुछ ठीक है या नहीं? यही सवाल तब भी उठा था जब क़रीब एक साल पहले सुब्रमण्यन ने प्रधानमंत्री के मुख्य सलाहकार पद से इस्तीफ़ा देने की घोषणा की थी।
जीडीपी पर कौन सही, मोदी की सलाहकार परिषद या पूर्व सलाहकार?
- अर्थतंत्र
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- 13 Jun, 2019
जीडीपी के आँकड़े ‘बढ़ा-चढ़ा कर पेश करने’ के मामले में अब प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद और अरविंद सुब्रमण्यन आमने-सामने आ गये हैं। ऐसे में अब सही किसे माना जाए?
