लॉकडाउन की वजह से जब आपकी माली हालत ख़स्ता है, आपकी जेब में पैसे कम है, तब इसके लिए भी तैयार हो जाएँ कि आप पर आर्थिक बोझ बढ़ने जा रहा है। यह अतिरिक्त आर्थिक बोझ जीएसटी पर लगने वाले अधिभार यानी ‘सेस’ के रूप में होगा, जो अंतत: आपको ही चुकाना होगा।
जनता की जेब में पैसे नहीं, जीएसटी पर अतिरिक्त ‘सेस’ लगाएगी मोदी सरकार?
- अर्थतंत्र
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- 23 May, 2020
केंद्र सरकार जीएसटी पर अतिरिक्त ‘सेस’ लगाने पर विचार कर रही है ताकि आर्थिक संकट से उबरने के लिए अतिरिक्त राजस्व की उगाही की जा सके।
