लाकडाउन की वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था भयानक संकट में फँस गयी है। पहले से बेहाल उद्योग धंधों की हालत अब और पतली हो गयी है। सरकार के सामने दुविधा यह है कि वह लॉकडाउन बनाये रख लोगों की जान बचाये या लाकडाउन हटा अर्थव्यवस्था को बचाये? बड़े और छोटे उद्योगपतियों को लगता है कि अर्थव्यवस्था के लिये लाकडाउन में कुछ न कुछ ढील तो देनी ही पड़ेगी।