लॉकडाउन के बाद बेरोज़गार हुए और भूखे रहने के संकट का सामना कर रहे मज़दूरों और अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए कुछ उद्योगों को शुरू किया जा सकता है। कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन के बीच औद्योगिक इकाइयों के बंद होने से करोड़ों लोग बेरोज़गार हो गए हैं और उनके सामने जीवन-मरण का संकट खड़ा हो गया है। जिन उद्योगों को शुरू करने का प्रस्ताव है उनमें बड़ी संख्या में मज़दूरों को काम करने की ज़रूरत होती है। इसे चरणबद्ध तरीक़े से शुरू करने के लिए सरकार के पास प्रस्ताव भेजा गया है। शुरुआत में जिन उद्योगों में काम शुरू होने की उम्मीद है उनमें टेक्सटाइल्स, ऑटोमोबाइल्स, स्टील, रक्षा और इलेक्ट्रॉनिक उत्पादन से जुड़े उद्योग शामिल हैं। ऐसे ग़ैर-ज़रूरी सेवाओं व उत्पादनों से जुड़े क़रीब 15 सेक्टरों को छूट दी जा सकती है। फ़िलहाल ज़रूरी सामान वाले उत्पादनों की ही छूट है।