पहले टाटा समूह और उसके बाद इन्फ़ोसिस, सत्तारूढ़ बीजेपी की मातृ संस्था समझे जाने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पत्रिका और उसके पहले केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने जिस तरह सार्वजनिक रूप से इन पर हमला किया और इन्हें 'राष्ट्र विरोधी' तक कह दिया, उससे उद्योग जगत डरा-सहमा हुआ है।