अर्थव्यवस्था में चल रही उथल-पुथल और मंदी के बीच सरकार अब कंपनियों को बढ़ावा देने के लिए कंपनी एक्ट में संशोधन करने जा रही है। इसके तहत कंपनियों से जुड़े दो-तिहाई अपराधों को जुर्म की श्रेणी से बाहर किया जाएगा। सरकार ऐसी 66 में से 40 धाराओं में जेल के प्रावधान को ख़त्म करने जा रही है। इसके अलावा कई अन्य राहत देने पर भी विचार किया जा सकता है।
आर्थिक मंदी: कंपनी से जुड़े अधिकतर अपराधों में जेल नहीं भेजेगी सरकार
- अर्थतंत्र
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- 14 Oct, 2019
अर्थव्यवस्था में चल रही उथल-पुथल और मंदी के बीच सरकार ने अब कंपनियों को बढ़ावा देने के लिए कंपनी एक्ट में संशोधन करने जा रही है। किसको होगा फ़ायदा?

प्रतीकात्मक तसवीर
अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए कंपनियों और पूरे कॉरपोरेट जगत के लिए सरकार ऐसी राहत की घोषणा लगातार कर रही है। हाल के दिनों में सरकार ने कॉरपोरेट टैक्स कम किया है और ऑटो सेक्टर के लिए कई घोषणाएँ की हैं। इनकम टैक्स अधिकारियों द्वारा प्रताड़ित किए जाने की शिकायतों को लेकर नियमों को भी लचीला किया गया है। सरकार की कोशिश यह है कि व्यापार के अनुकूल माहौल तैयार किया जाए और व्यापार जगत में एक विश्वास पैदा किया जाए। बता दें कि नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा था कि कोई भी किसी पर भरोसा नहीं कर रहा है इसलिए लोग कैश पर बैठ गए हैं और कोई भी मार्केट में पैसा नहीं निकाल रहा है। राजीव कुमार ने कहा था, 'यह सिर्फ़ सरकार और प्राइवेट सेक्टर की बात नहीं है। निजी क्षेत्र में आज कोई भी किसी और को क़र्ज़ नहीं देना चाहता।' तब उन्होंने कहा था कि देश में 70 साल में अब तक नकदी का ऐसा संकट नहीं देखा गया है।