जिस बात का डर था, आख़िर वही हुआ। पिछले कई महीनों से यह आशंका जताई जा रही थी कि दुनिया की अर्थव्यवस्था मंदी के दौर में जाने वाली है। आईएमएफ़ यानी इंटरनेशनल मॉनिटरिंग फ़ंड ने अब इस बात का एलान कर दिया है कि मंदी आ चुकी है और इस बार यह 2008 के आर्थिक संकट से अधिक भयावह होगी।