कोरोना संकट और लॉकडाउन के बाद से अधिकतर भारतीयों के सामने आर्थिक तंगी की रिपोर्टें आती रही हैं और अब जीवन बीमा को लेकर एक ऐसी ही रिपोर्ट है जिससे इस सवाल का जवाब मिलता है कि क्या सच में लोगों के सामने आर्थिक संकट रहा।
2.3 करोड़ इंश्योरेंस पॉलिसी सरेंडर क्यों हुई, आमदनी घटी?
- अर्थतंत्र
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- 25 Aug, 2022
जिस जीवन बीमा को आम तौर पर भारतीय भविष्य की सुरक्षा और निवेश का सबसे बढ़िया साधन मानते हैं उसको पिछले साल 2.3 करोड़ लोगों ने सरेंडर क्यों कर दिया?

एक रिपोर्ट के अनुसार 2021-22 में पॉलिसीधारकों द्वारा 2.30 करोड़ से अधिक जीवन बीमा पॉलिसियों को मैच्योरिटी से बहुत पहले सरेंडर कर दिया गया था। यह 2020-21 में समय से पहले सरेंडर की गई पॉलिसियों 69.78 लाख के तीन गुना से अधिक है। भारत में कोरोना संक्रमण का पहला मामला 2020 में ही जनवरी महीने में मिला था और मार्च 2020 में बेहद सख़्त लॉकडाउन लगाया गया था।