निवेश में इस गिरावट के पीछे वजह पूंजी का बाहर जाना, निवेश में अनिश्चितता, और वैश्विक आर्थिक सुस्ती जैसे कई कारण हैं।
कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार को बुनियादी ढाँचे, विनिर्माण और डिजिटल क्षेत्र में निवेश बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। साथ ही, वैश्विक व्यापार में सुधार होने पर भारत को इसका लाभ उठाने के लिए तैयार रहना होगा।