लाल किले से प्रधानमंत्री द्वारा जीएसटी दरों में कमी की तैयारी वाली घोषणा के बाद से बाजार उछल रहा है, कंपनियां मन ही मन मलाई खाने लगी हैं, अर्थशास्त्री इसे आर्थिक सुधार का रुका हुआ फैसला या दूसरी खेप बताने लगे हैं और आर्थव्यवस्था को होने वाले ‘लाभ’ को लेकर तरह तरह के अनुमान लगाए जा रहे हैं। आधिकारिक बैठकों का दौर भी शुरू हो चुका है और उम्मीद है कि 20 और 21 तारीख को होने वाली राज्यों के वित्त मंत्रियों की बैठक में केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इन बदलाओं की घोषणा कर दें।