विशेषज्ञों को उम्मीद है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इनकम टैक्स राहत, बुनियादी ढांचे के विकास, रोजगार सृजन और किसानों की आय बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेंगी। हालांकि कुछ लोकलुभावन उपाय शामिल किए जा सकते हैं, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार राजकोषीय अनुशासन को प्राथमिकता देगी। बजट के नतीजे अर्थव्यवस्था और नागरिकों के जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालेंगे।
शेयर बाजार के निवेशक आगामी बजट में पूंजीगत लाभ कर (कैपिटल गेन टैक्स) में संभावित बदलाव की उम्मीद कर रहे हैं, जिसका मकसद जटिल टैक्स सिस्टम को आसान बनाना है। हालांकि महत्वपूर्ण दर परिवर्तन की संभावना नहीं है। विशेषज्ञ निवेशकों का विश्वास बनाने के लिए युक्तिसंगत उपाय की उम्मीद कर रहे हैं। सरकार स्थिरता सुनिश्चित करने और निवेश आकर्षित करने के लिए होल्डिंग अवधि में बदलाव कर सकती है और संभावित रूप से पूंजीगत लाभ कर दरों को सीमित कर सकती है।
पूंजीगत व्यय और नीतिगत निरंतरता में अपेक्षित वृद्धि के साथ, रक्षा, बुनियादी ढांचे और पीएसयू जैसे प्रमुख क्षेत्रों को महत्वपूर्ण लाभ होने की संभावना है। निवेशक बढ़े हुए आवंटन, नीति समर्थन और प्रतिभूति लेनदेन कर (एसटीटी) में संभावित कटौती की आशा करते हैं। बजट में सफल उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजनाओं का विस्तार करने और नई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की घोषणा करने की भी उम्मीद है।