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जम्मू के सिधरा में मुठभेड़, तीन आतंकी ढेर 

सुरक्षा बलों ने जम्मू के सिधरा में एक आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया है। तीन आतंकी बुधवार तड़के एक ट्रक में बैठकर कश्मीर की ओर जा रहे थे। इस ट्रक में गोला-बारूद और हथियार भी था। 

आतंकियों ने ट्रक से सुरक्षा बलों पर फायरिंग की जिसका भारतीय सुरक्षा बलों की ओर से मुंह तोड़ जवाब दिया गया। ट्रक का ड्राइवर तो फरार हो गया लेकिन मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने तीनों आतंकियों को ढेर कर दिया। 

घटना के बाद पुलिस और सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके में तलाशी अभियान चलाया और इस बात की जांच की कि कहीं कोई आतंकी आसपास के घरों में तो नहीं छुपा है। जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने बातचीत में आज तक को बताया कि रात के वक्त जब पुलिस और सुरक्षा बल वाहनों की तलाशी ले रहे थे तभी एक ट्रक की संदिग्ध गतिविधि देखी गई, जब ट्रक को रोका गया तो उसमें बैठे आतंकियों ने फायरिंग की और कुछ देर बाद ट्रक में आग लग गई।

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डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि यह आतंकी किस संगठन से जुड़े थे इसका पता अभी नहीं चल पाया है। 

पुलिस ने बताया कि ड्राइवर की तलाश की जा रही है। माना जा रहा है कि आतंकी कश्मीर में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। अगर आतंकी कश्मीर तक पहुंच जाते तो वे नए साल के मौके पर या उसके बाद 26 जनवरी पर कश्मीर में किसी आतंकी वारदात को अंजाम दे सकते थे। 

लेकिन सुरक्षाबलों ने उनकी इस नापाक साजिश को नाकाम कर दिया। एक दिन पहले ही जम्मू के उधमपुर जिले में पुलिस ने 15 किलो आईईडी विस्फोटक को निष्क्रिय कर दिया था। 

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पुलिस ने बताया था कि बसंतगढ़ इलाके में आईईडी, 300-400 ग्राम आरडीएक्स, कारतूस और पांच डेटोनेटर बरामद किए गए थे। पुलिस ने आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) की एक कोडेड शीट और लेटर पैड पेज भी बरामद किया था और एक संदिग्ध को हिरासत में लिया था। 

बीते दिनों में आतंकियों ने एक बार फिर कश्मीरी पंडितों और रोजी-रोटी कमाने के लिए वहां पहुंचे बाहरी लोगों की हत्याओं की वारदात को अंजाम दिया है। हत्या की लगातार वारदातों के बाद घाटी में काम कर रहे कश्मीरी पंडित उन्हें सुरक्षित इलाकों में भेजे जाने को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। 

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क़मर वहीद नक़वी
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