क्या जम्मू-कश्मीर से बाहरी लोगों और स्थानीय पंडितों का पलायन पाकिस्तानी खुफ़िया एजेन्सी आईएसआई की चाल है? क्या वह इसके ज़रिए घाटी में डर का माहौल बना कर अल्पसंख्यक हिन्दुओं को घर-बार छोड़ कर भागने को मजबूर करने की रणनीति अपना रहा है?
जम्मू-कश्मीर में जिस तरह आतंकवादी हमले हो रहे हैं और निहत्थे नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है, उसके पीछे आईएसआई के होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।

भारतीय खुफ़िया एजेन्सियों और सुरक्षा बलों का तो यही मानना है। एक उच्च पदस्थ अधिकारी के हवाले से 'टाइम्स ऑफ़ इंडिया' ने कहा है, "जम्मू-कश्मीर में क़ानून व्यवस्था अच्छी रहने से आईएसआई परेशान हो गया और उसने घाटी में गड़बड़ी शुरू कर दी।"
श्रीनगर के दवा विक्रेता माखन लाल बिंदरू की हत्या पर भारतीय खुफ़िया एजेन्सी के एक अधिकारी ने कहा,