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प्रतीकात्मक तस्वीर

छुट्टी पर घर आए कश्मीर का एक जवान लापता, 'आतंकियों ने किया अपहरण'

छुट्टी पर घर गए भारतीय सेना के एक जवान के शनिवार को दक्षिण कश्मीर के कुलगाम से लापता होने के बाद उनकी माँ ने आतंकवादियों द्वारा उनका अपहरण किए जाने की आशंका जताई है। अपहरण की आशंका के बाद सुरक्षा बलों ने बड़े पैमाने पर खोजी अभियान शुरू किया है।

यह मामला जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले का है। लापता हुए जवान के परिवार ने दावा किया है कि 25 वर्षीय सैनिक जावेद अहमद वानी अपने वाहन से जा रहे थे तभी उनका अपहरण कर लिया गया। वह कुलगाम जिले के अचथल इलाके के रहने वाले हैं।

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भारतीय सेना के जवान जावेद अहमद वानी कथित तौर पर लेह (लद्दाख) में तैनात थे। वह शनिवार रात करीब 8 बजे लापता हो गए। अधिकारियों ने पीटीआई को बताया कि उनकी कार कल शाम को पारनहॉल में मिली। वानी अपनी मारुति ऑल्टो में खरीदारी के लिए चावलगाम गांव की ओर गये थे लेकिन घर नहीं लौटे। लद्दाख में तैनात वानी पिछले महीने ईद की पूर्व संध्या पर छुट्टी पर घर आए थे।

जब वह घर नहीं लौटे तो उनके परिवार के सदस्यों ने आसपास के इलाकों और आसपास के गांवों में उनकी तलाश शुरू कर दी। तलाशी अभियान के दौरान परानहाल गांव में उनकी कार में उनकी एक जोड़ी चप्पलें और खून के धब्बे पाए गए। गाड़ी अनलॉक थी।

द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार अपने वीडियो संदेश में वानी की मां ने सभी से अपील की है कि 'वे मेरे बेटे को घर लौटने दें। वह मासूम और जवान है। अगर उसने कुछ भी गलत किया है, तो मैं माफी मांगती हूं।'
जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना और अर्धसैनिक बलों की एक संयुक्त टीम ने लापता सैनिक का पता लगाने के लिए तलाशी अभियान भी शुरू किया है। कश्मीर पुलिस ने मामला दर्ज किया है और लापता सैनिक का पता लगाने के लिए कुछ संदिग्धों को गिरफ्तार किया है।
बता दें कि पिछले कुछ वर्षों में इलाक़े में छुट्टी पर घर आए कई सैनिकों को आतंकियों ने अगवा कर उनकी हत्या कर दी थी।
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पिछले साल मार्च में जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में छुट्टी पर घर आए सीआरपीएफ के एक जवान की आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान मुख्तार अहमद की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई थी। 2021 में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था जब अनंतनाग जिले में आतंकवादियों ने छुट्टी पर घर आए सेना के एक जवान की गोली मारकर हत्या कर दी थी। 

2019 में जम्मू एवं कश्मीर के सोपोर कस्बे में छुट्टी लेकर अपने घर आए टेरिटोरियल आर्मी के मोहम्मद रफीक यातू को सोपोर के वारपोरा इलाके में उनके घर पर गोली मारी गई थी। 

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क़मर वहीद नक़वी
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