जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चोसोटी गांव में गुरुवार दोपहर बादल फटने की भीषण घटना ने भारी तबाही मचाई। इस प्राकृतिक आपदा ने चोसोटी गांव को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया। इस आपदा में मृतकों की संख्या बढ़कर 50 हो चुकी है, जबकि 100 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। भारी बारिश और दुर्गम इलाकों की वजह से बचाव कार्य और मुश्किल हो गया है। राहत और बचाव कार्य में सेना भी जुटी है।
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने से 50 की मौत, कई लापता
- जम्मू कश्मीर
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- 15 Aug, 2025
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने से भयंकर बाढ़ का कहर बरपा है। राहत और बचाव कार्य जारी है। जानिए पूरी घटना क्या है।

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने से तबाही
क्लाउडबर्स्ट यानी बादल फटने का सीधा मतलब है कि बहुत कम समय में बेहद तेज़ बारिश होना। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, यदि 20-30 वर्ग किलोमीटर के छोटे क्षेत्र में एक घंटे में 100 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश हो, तो इसे बादल फटना कहते हैं। यह बारिश इतनी तेज़ होती है कि नदियाँ उफान पर आ जाती हैं, भूस्खलन शुरू हो जाते हैं, और बस्तियाँ तबाह हो जाती हैं। खास तौर पर पहाड़ी इलाकों में। ऐसा ही कुछ जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में हुआ।