पहले से ही आर्थिक मोर्चे पर और महाराष्ट्र में फ़ज़ीहत से ख़राब दौर से गुज़र रही बीजेपी के लिए झारखंड चुनाव में क्या प्याज की बढ़ी क़ीमतें बड़ा नुक़सान करेंगी? झारखंड में बीजेपी के लिए प्याज की क़ीमतें एक नयी मुसीबत इसलिए भी है कि उसके सहयोगी दल अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं और विपक्षी दल गठबंधन में। पिछले विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी प्रत्याशियों की जीत बहुत बड़े अंतर से नहीं हुई थी। ऐसे में प्याज की बढ़ी क़ीमतें क्या झारखंड बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती होगी?
झारखंड चुनाव में क्या प्याज की बढ़ी क़ीमतों से बढ़ेंगी बीजेपी की मुश्किलें?
- झारखंड
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- 2 Dec, 2019

पहले से ही आर्थिक मोर्चे पर और महाराष्ट्र में फ़ज़ीहत से ख़राब दौर से गुज़र रही बीजेपी के लिए झारखंड चुनाव में क्या प्याज की बढ़ती क़ीमतें बड़ा नुक़सान करेंगी?
झारखंड में चुनाव हो रहे हैं। पहले चरण का चुनाव हो चुका है, चार चरणों के चुनाव अभी बाक़ी हैं। इस बीच प्याज की क़ीमतें 70 रुपये प्रति किलो पहुँच गई हैं। क़रीब-क़रीब हर भोजन में पड़ने वाला प्याज हर आदमी को प्रभावित करता है, इसलिए इसके दाम बढ़ने से सरकारें भी ख़ौफ़ खाती हैं। चुनावों के समय जब-जब प्याज के दाम बढ़े हैं, सरकारें मुश्किल में आ गई हैं और कई बार तो गिर भी गई हैं।