बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई और 33 लोग घायल हुए हैं। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने यह आधिकारिक आँकड़ा दिया है। मुख्यमंत्री ने बेंगलुरु भगदड़ में हुई मौतों पर कहा कि त्रासदी के दर्द ने जीत की खुशी को मातम में बदल दिया। सिद्धारमैया ने भगदड़ की घटना को लेकर देर शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बात कही।
 
सिद्धारमैया ने कहा, 'विजय उत्सव के दौरान एक बड़ी त्रासदी हुई। यह चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास हुआ। सरकार ने मृतकों के लिए 10 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। सरकार घायलों का मुफ्त इलाज कराएगी।' उन्होंने कहा, 'हमारी अपेक्षाओं से परे बेंगलुरु में आरसीबी उत्सव के लिए लोग जुटे थे। यह त्रासदी नहीं होनी चाहिए थी। सरकार इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करती है।' आरसीबी की आईपीएल 2025 की जीत के जश्न के दौरान बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर मंगलवार को यह भगदड़ मची।
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आरसीबी ने मंगलवार को 18 साल के लंबे इंतज़ार के बाद अपनी पहली आईपीएल ट्रॉफ़ी जीती, जिसके बाद हज़ारों प्रशंसक स्टेडियम के बाहर और शहर की सड़कों पर जश्न मनाने के लिए जमा हो गए। प्रशंसकों ने विराट कोहली और आरसीबी टीम का स्वागत करने के लिए विधान सौधा से चिन्नास्वामी स्टेडियम तक प्रस्तावित विजय परेड में हिस्सा लिया। हालाँकि, परेड के रद्द होने की सूचना के बावजूद भारी भीड़ स्टेडियम के आसपास जुट गई, जिससे स्थिति अनियंत्रित हो गई।

पुलिस के अनुसार, भीड़ को नियंत्रित करने के प्रयासों के दौरान स्थिति बिगड़ गई और भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। बेंगलुरु पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का लाठीचार्ज किया, लेकिन इससे स्थिति और ख़राब हो गई। पुलिस ने तुरंत घायलों को नज़दीकी अस्पतालों में पहुँचाया और मृतकों की पहचान की प्रक्रिया शुरू की। 

पुलिस का कहना है कि भीड़ की संख्या अपेक्षा से कहीं अधिक थी और स्टेडियम के आसपास ट्रैफ़िक जाम ने बचाव कार्यों को और मुश्किल बना दिया।

सिद्धारमैया ने एक्स पर लिखा, 'चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास आरसीबी की विजय उत्सव के दौरान भगदड़ में लोगों की मौत से गहरा सदमा लगा है। खुशी का यह पल दुख में बदल गया। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।'

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है, 'बेंगलुरु की दुर्घटना अत्यंत हृदयविदारक है। इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएँ उन सभी के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। मैं प्रार्थना करता हूँ कि घायल लोग जल्दी स्वस्थ हों।' 

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, 'बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास आरसीबी की आईपीएल जीत के उत्सव के दौरान हुई दुखद भगदड़ हृदयविदारक है। जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया, उनके प्रति मेरी संवेदनाएँ। सभी घायलों के शीघ्र और पूर्ण स्वस्थ होने की कामना करता हूँ।'

उन्होंने कहा, 'इस शोक की घड़ी में मैं बेंगलुरु के लोगों के साथ खड़ा हूँ। कर्नाटक सरकार को प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता और राहत प्रदान करनी चाहिए। यह त्रासदी एक दर्दनाक है: कोई उत्सव मानव जीवन से अधिक क़ीमती नहीं है। सार्वजनिक आयोजनों के लिए हर सुरक्षा प्रोटोकॉल की समीक्षा की जानी चाहिए और सख्ती से लागू किया जाना चाहिए - जीवन हमेशा पहली प्राथमिकता होना चाहिए।'
आरसीबी की जीत ने शहर में उत्सव का माहौल बनाया था, लेकिन यह खुशी जल्द ही त्रासदी में बदल गई। सोशल मीडिया पर एक प्रशंसक ने लिखा, 'यह सिर्फ़ एक खेल है, इसके लिए जान गँवाना ठीक नहीं। प्रशासन को बेहतर इंतजाम करने चाहिए थे।' कई लोगों ने आयोजकों और स्थानीय प्रशासन पर भीड़ प्रबंधन में लापरवाही का आरोप लगाया है। विपक्षी नेताओं ने भी सरकार की तैयारियों पर सवाल उठाए यह पूछते हुए कि परेड रद्द होने की सूचना समय पर क्यों नहीं दी गई।
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जवाबदेही तय हो: बीजेपी

कर्नाटक बीजेपी ने भगदड़ के लिए चूक पर कार्रवाई और जवाबदेही की मांग की है। कर्नाटक बीजेपी प्रमुख विजयेंद्र येदियुरप्पा ने कहा कि सिद्धारमैया इस त्रासदी के लिए जवाबदेह हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार लोगों की सुरक्षा से ज्यादा प्रचार में रुचि रखती है। उन्होंने पिछले विश्व कप का उदाहरण दिया, जब एक लाख से अधिक लोग आए थे और राज्य सरकार ने भीड़ को अच्छी तरह से संभाला था।

उन्होंने एनडीटीवी से कहा, 'क्या यह राज्य सरकार की जिम्मेदारी नहीं थी कि वे इसके लिए तैयार रहें? ग्यारह से अधिक लोगों की जान चली गई। मुख्यमंत्री को इसके लिए जवाब देना चाहिए। यह पहली बार नहीं है। पिछले विश्व कप में एक लाख से अधिक लोग थे। राज्य सरकार ने भीड़ को संभाला था। राज्य सरकार को पता था कि आज एक लाख से अधिक लोग आएंगे, क्या उन्हें तैयार नहीं होना चाहिए था?' उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यवश, राज्य सरकार लोगों की सुरक्षा से ज्यादा प्रचार में रुचि रखती है। येदियुरप्पा ने कहा कि जब पुलिस ने भीड़ को विधान सौधा में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी, तो मंच की ओर पत्थर फेंके गए, जिससे आरसीबी टीम के लिए सुरक्षा समस्याएँ हो सकती थीं।