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कर्नाटक के केरूर में सांप्रदायिक झड़प, 4 घायल, धारा 144 लागू

कर्नाटक के बगलकोट जिले के केरूर कस्बे में बुधवार को हुई सांप्रदायिक झड़प में 4 लोग घायल हो गए। घायलों में से एक शख्स को चाकू मारा गया है। इसमें से 3 लोग एक समुदाय से हैं जबकि चौथा दूसरे समुदाय से है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और सभी की हालत स्थिर है।

दो समुदायों के बीच हुई झड़प के बाद का वीडियो भी सामने आया है जिसमें एक जगह पर आगजनी की गई है और कुछ दुकानों में तोड़फोड़ हुई है।

न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पुलिस ने कहा कि लड़ाई झगड़ा तब शुरू हुआ जब दक्षिणपंथी संगठन हिंदू जागरण वैदिके के कार्यकर्ताओं की एक मुस्लिम युवक यासीन के साथ कहासुनी हुई।

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हिंदू जागरण वैदिके के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि यासीन ने हिंदू लड़कियों से छेड़छाड़ की थी। इसके बाद जबरदस्त बहस हुई और यासीन अपने साथ कुछ लोगों को ले आया। इसके बाद दोनों समुदायों के लोग भिड़ गए।

पुलिस ने इस मामले में चार एफआईआर दर्ज की हैं और 18 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया गया है।

स्कूल, कॉलेज बंद 

दोनों ही समुदायों के उपद्रवियों ने दुकानों में तोड़फोड़ की और एक मोटरसाइकिल को भी आग लगा दी। बगलकोट जिले के एसपी जयप्रकाश ने कहा है कि हालात को देखते हुए शुक्रवार तक कस्बे में धारा 144 लागू कर दी गई है और सभी स्कूल और कॉलेजों को भी शुक्रवार तक के लिए बंद कर दिया गया है।

बता दें कि नूपुर शर्मा विवाद के बाद उदयपुर और अमरावती में हुई हत्या की वजह से देश का सांप्रदायिक माहौल तनावपूर्ण है। कर्नाटक में साल भर में सांप्रदायिक तनाव की कई घटनाएं हो चुकी हैं। 

हिजाब, हलाल विवाद 

हलाल मीट और हिजाब के मामले में कर्नाटक सरकार के कई मंत्रियों और बीजेपी नेताओं ने विवादित बयान दिए थे। जैसे बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव सीटी रवि ने कहा था कि हिंदुओं को हलाल मीट नहीं खरीदना चाहिए और यह आर्थिक जिहाद है।

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हिजाब और हलाल के अलावा कुछ मंदिरों में मुसलिम व्यापारियों को दुकान न लगाने देने का विवाद भी हुआ। एक बीजेपी विधायक ने तो मांग की थी कि मुख्यमंत्री को मदरसों पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए। 

इन सभी विवादों में से हिजाब विवाद की गूंज कर्नाटक के बाहर भी हुई थी और सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर खासी प्रतिक्रिया हुई थी।

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क़मर वहीद नक़वी
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