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कर्नाटक: सीवोटर एग्ज़िट पोल: त्रिशंकु विधानसभा के आसार, जेडीएस 'किंगमेकर'

क्या कर्नाटक में इस बार त्रिशंकु विधानसभा होगी? क्या जेडीएस किंगमेकर की भूमिका में होगा? कम से कम कुछ एग्ज़िट पोल में तो यही आसार बताए जा रहे हैं। हालाँकि, इंडिया टुडे एक्सिस माय इंडिया के सर्वे के अनुसार कांग्रेस को सबसे ज़्यादा 122-140 सीटें और बीजेपी को 62-80 सीटें मिल सकती हैं, लेकिन अन्य एग्ज़िट पोल में त्रिशंकु विधानसभा की संभावना जताई गई है। एबीपी-सीवोटर के एग्ज़िट पोल में कहा गया है कि बीजेपी को 83-95, कांग्रेस को 100-112, जेडीएस को 21-29 और अन्य को 2-6 सीटें मिल सकती हैं। इसमें सबसे ज़्यादा वोट शेयर 41 फ़ीसदी कांग्रेस को मिलने के आसार बताए गए हैं। बीजेपी को 38%, जेडीएस को 15% और अन्य को 6% वोट मिलने की संभावना बताई गई है।

karnataka assembly election voting exit polls bjp congress fight - Satya Hindi
रिपब्लिक टीवी- पी एमएआरक्यू के एग्ज़िट पोल में बीजेपी को 85-100, कांग्रेस+ को 94-108, जेडीएस को 24-32 और अन्य को 2-6 सीटें मिलती दिखाई गई हैं। 
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टीवी9 भारतवर्ष- पोलस्ट्रैट के एग्ज़िट पोल में बीजेपी को 88-98, कांग्रेस+ को 99-109, जेडीएस को 21-26 और अन्य 0-4 सीटें मिलने के आसार बताए गए हैं। 
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इसके अलावा ज़ी न्यूज़-मैट्राइज़ के एग्ज़िट पोल में बीजेपी को 79-94, कांग्रेस+ को 103-118, जेडीएस को 25-33 और अन्य को 2-5 सीटें मिलती बताई गई हैं। 

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एशियानेट- जन की बात के एग्ज़िट पोल में बीजेपी को 94-117, कांग्रेस को 91-106, जेडीएस को 14-24 और अन्य को 0-2 सीटें मिलने के आसार हैं।
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कर्नाटक उन कुछ राज्यों में से एक है जहाँ सरकार तो कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन की बनी थी, लेकिन बाद में बीजेपी ने अपनी सरकार बना ली। यानी कर्नाटक में जो विधानसभा चुनाव है उसमें बीजेपी को अपनी सत्ता बनाए रखने की चुनौती है। लेकिन क्या वह ऐसा कर पाएगी?
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इस बार भ्रष्टाचार, मुसलिम आरक्षण को ख़त्म करने जैसे मुद्दे तो हैं, इसके साथ ही कहा जा रहा है कि दो फैक्टर बीजेपी को प्रभावित करेंगे। एक तो एंटी इंकंबेंसी है, जिससे नुकसान होने की संभावना है और दूसरा प्रधानमंत्री मोदी का चेहरा जिससे बीजेपी को फायदे की संभावना। यदि इन मुद्दों से इतर बात करें कि राज्य में किस पार्टी की कितनी पैठ है तो इसका अंदाज़ा पिछले चुनाव में प्रदर्शन से भी लगाया जा सकता है।
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2018 के विधानसभा चुनाव के नतीजों ने किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं दिया था। परिणामों के बाद 224 सदस्यों वाले सदन में 104 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में बीजेपी को सरकार बनाने के लिए बुलाया गया। हालाँकि, कांग्रेस और जेडीएस जल्दी से एक साथ आए और 116 विधायकों के साथ सरकार बनाई। इसमें कांग्रेस के 76, जेडीएस के 37 और तीन निर्दलीय विधायक शामिल थे। एक साल के भीतर बाजी पलट गई, क्योंकि कांग्रेस-जेडीएस ने अपने 17 विधायकों को खो दिया। उन्होंने मुंबई के एक रिसॉर्ट में छिपे होने के बाद विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था और बीजेपी के पाले में चले गए। कर्नाटक बीजेपी के दिग्गज बीएस येदियुरप्पा मुख्यमंत्री बने, लेकिन इस बीच 26 जुलाई, 2021 को इस्तीफा दे दिया। उनकी जगह बसवराज बोम्मई को लिया गया, जो येदियुरप्पा की तरह लिंगायत समुदाय से हैं।
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क़मर वहीद नक़वी
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