कर्नाटक के बीदर जिले में एक सरकारी स्कूल के कई शिक्षकों और गैर-शिक्षण स्टाफ को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस के पथ संचलन में भाग लेने के आरोप में कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। आरएसएस के इस मार्च में भागीदारी को सरकारी कर्मचारियों पर लगे सेवा नियमों का उल्लंघन माना गया है। इन नियमों के तहत सरकारी कर्मचारी किसी राजनीतिक या धार्मिक गतिविधि में भाग नहीं ले सकते।
कर्नाटक में RSS के पथ संचलन में भाग लेने पर शिक्षकों को नोटिस क्यों?
- कर्नाटक
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- 30 Oct, 2025

कर्नाटक में सरकारी शिक्षकों को RSS के पथ संचलन में शामिल होने पर नोटिस भेजा गया है। सरकार के इस कदम ने राजनीतिक और प्रशासनिक बहस छेड़ दी है।

प्रतीकात्मक तस्वीर
बीदर जिले के औराद ब्लॉक शिक्षा अधिकारी यानी बीईओ ने उन शिक्षकों और स्टाफ को नोटिस जारी किए हैं जो 7 अक्टूबर और 13 अक्टूबर को आयोजित आरएसएस पथ संचलन में शामिल हुए थे। यह कार्रवाई औराद की दलित सेना तालुक इकाई और बहुजन सेवा समिति द्वारा दर्ज कराई गई शिकायतों के बाद शुरू की गई। शिकायतकर्ताओं ने पथ संचलन के वीडियो और फोटोग्राफ्स उपलब्ध कराए, जिनमें इन शिक्षकों की भागीदारी स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही थी। इन सबूतों के आधार पर शिक्षा विभाग ने अनुशासनात्मक कार्यवाही शुरू कर दी है।


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