फरवरी में दोनों नेताओं ने राज्य के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों में अलग-अलग बस यात्राएं निकाली थीं। यह पार्टी का प्रोग्राम था। 2019 में कांग्रेस छोड़ने वाले विधायक आनंद सिंह ने जब शिवकुमार से मुलाकात की तो सिद्धारमैया इस बात पर अड़ गए कि दलबदलुओं को पार्टी में वापस नहीं आने देना है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कहा है कि दोनों नेताओं को एक संयुक्त रूप से लड़ने की जरूरत है। जब दोनों ज्यादातर मुद्दों पर आम सहमति पर पहुंच गए हैं, तो मुख्यमंत्री पद के लिए लिए लड़ाई बहुत गहरी हो गई है।