कर्नाटक के आलंद में मतदाता सूची से सही वोटरों को हटाने के लिए हर फर्जी आवेदन पर 80 रुपये दिए गए थे। ऐसा कर्नाटक पुलिस की विशेष जाँच टीम यानी एसआईटी को जाँच में पता चला है। द इंडियन एक्सप्रेस ने यह ख़बर दी है। एसआईटी के अनुसार, प्रत्येक फर्जी आवेदन के लिए डेटा सेंटर ऑपरेटर को भुगतान किया गया था। दिसंबर 2022 से फरवरी 2023 के बीच कुल 6018 ऐसे आवेदन चुनाव आयोग को दिए गए थे, जिससे कुल 4.8 लाख रुपये का भुगतान हुआ। यह खुलासा लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा 'वोट चोरी' के आरोपों के बीच आया है, जिसमें आलंद सीट को उदाहरण के रूप में पेश किया गया था।
'वोट चोरी': कर्नाटक SIT- आलंद में नाम हटाने के लिए हर वोटर पर 80 रुपए दिए गए
- कर्नाटक
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- 22 Oct, 2025
कर्नाटक की एसआईटी जांच में बड़ा खुलासा हुआ है- आलंद विधानसभा क्षेत्र में मतदाता सूची से नाम हटाने के हर फर्जी आवेदन के लिए 80 रुपये का भुगतान किया गया। पढ़िए, कैसे खुला राज!

नेता विपक्ष राहुल गांधी की गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस राहुल
इस आलंद मामले की जाँच एसआईटी कर रहा है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि एसआईटी ने कलबुर्गी जिले के मुख्यालय में स्थित एक डेटा सेंटर को इन आवेदनों को भरने वाला केंद्र चिह्नित किया है। फरवरी 2023 में यह मामला सामने आने के बाद स्थानीय पुलिस और सीआईडी साइबर अपराध इकाई द्वारा इसकी जाँच की गई थी। 26 सितंबर को मामले की जाँच अपने हाथ में लेने वाले एसआईटी की जाँच में एक स्थानीय निवासी मोहम्मद अशफ़ाक की संलिप्तता का संकेत मिला।