कर्नाटक के आलंद में मतदाता सूची से सही वोटरों को हटाने के लिए हर फर्जी आवेदन पर 80 रुपये दिए गए थे। ऐसा कर्नाटक पुलिस की विशेष जाँच टीम यानी एसआईटी को जाँच में पता चला है। द इंडियन एक्सप्रेस ने यह ख़बर दी है। एसआईटी के अनुसार, प्रत्येक फर्जी आवेदन के लिए डेटा सेंटर ऑपरेटर को भुगतान किया गया था। दिसंबर 2022 से फरवरी 2023 के बीच कुल 6018 ऐसे आवेदन चुनाव आयोग को दिए गए थे, जिससे कुल 4.8 लाख रुपये का भुगतान हुआ। यह खुलासा लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा 'वोट चोरी' के आरोपों के बीच आया है, जिसमें आलंद सीट को उदाहरण के रूप में पेश किया गया था।