देश में कोरोना संक्रमण का सबसे पहला मामला केरल में आया था और यही पहला राज्य था जिसने इस पर काफ़ी हद तक नियंत्रण भी पा लिया था, लेकिन अब वहाँ सामुदायिक संक्रमण का ख़तरा मंडराने लगा है। आख़िर जिस राज्य में कई दिनों तक एक भी पॉजिटिव केस नहीं आया था वह राज्य इतनी गंभीर स्थिति में पहुँचने की ओर अग्रसर कैसे हो गया?
केरल जिसने कोरोना पर नियंत्रण पाया था, वहाँ अब सामुदायिक संक्रमण का ख़तरा!
- केरल
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- 29 May, 2020
देश में कोरोना संक्रमण का सबसे पहला मामला केरल में आया था और यही पहला राज्य था जिसने इस पर नियंत्रण भी पा लिया था, लेकिन अब वहाँ सामुदायिक संक्रमण का ख़तरा मंडराने लगा है। आख़िर ऐसी स्थिति क्यों हो गई?

दरअसल, यह स्थिति पिछले 20 दिनों में बदली है। जब देश भर में प्रवासी मज़दूर दूसरे राज्यों से अपने-अपने राज्यों की ओर लौटे तो कई राज्यों में संक्रमण के मामले बढ़ गए। उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा जैसे राज्यों में संक्रमण के मामले एकाएक तेज़ी से बढ़े। यही स्थिति केरल में भी हुई। माना जा रहा है कि महाराष्ट्र और तमिलनाडु से जब प्रवासी मज़दूर केरल में लौटे तो राज्य में एकाएक कोरोना संक्रमण के मामले तेज़ी से बढ़ गए। गुरुवार को ही 84 नये मामले आए। इसके साथ ही राज्य में संक्रमण के कुल मामले 1088 हो गए। जहाँ 30 जनवरी से लेकर 8 मई तक सिर्फ़ 503 मामले थे वहीं अब 20 दिन में यह संख्या दोगुनी हो गई है।