केरल में गुरुवार को 30 हज़ार से ज़्यादा कोरोना संक्रमण के मामले आए। एक दिन पहले 31 हज़ार केस आए थे। यही नहीं, पूरे देश में जहाँ संक्रमण के मामले घटे हैं तो केरल में लगातार संक्रमण के मामले ज़्यादा आ रहे हैं। जून के बाद से लगातार मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। तो क्या एक समय कोरोना नियंत्रण के लिए जिस केरल मॉडल की तारीफ़ देश ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में हो रही थी वह 'टांय-टांय फिस्स' साबित हुआ है?
केरल में लगातार दूसरे दिन 30 हज़ार से ज़्यादा केस, आख़िर दिक्कत क्या है?
- केरल
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- 27 Aug, 2021
केरल में गुरुवार को 30 हज़ार से ज़्यादा कोरोना संक्रमण के केस आए। जून के बाद से लगातार मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। तो क्या एक समय कोरोना नियंत्रण के लिए जिस केरल मॉडल की तारीफ़ हो रही थी वह 'टांय-टांय फिस्स' साबित नहीं हुआ?

आख़िर क्या वजह है कि देश के बाक़ी हिस्सों से अलग केरल में संक्रमण के मामले इतने ज़्यादा आ रहे हैं? क्या इसके पीछे की वजह ओणम पर्व है? केंद्र सरकार ने जिस तरह से चिंता जताई है उससे तो यही संकेत मिलते हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गुरुवार को 'ओणम से आई केसों में बढ़ोतरी' की समीक्षा की। इसमें राज्य में अपनाई जा रही रोकथाम रणनीति पर ध्यान केंद्रित किया गया। कांग्रेस पार्टी ने भी मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की सरकार द्वारा स्थिति के कथित कुप्रबंधन की आलोचना की। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी कोरोना रोकने के लिए प्रशासन की विफलता को ज़िम्मेदार ठहराया।