सुविख्यात असमिया कवि नीलमणि फूकन को ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किए जाने की घोषणा की गई है। पिछले लगभग सात दशकों से कविता कर्म में सक्रिय फूकन इस सम्मान के सच्चे हक़दार हैं, क्योंकि उन्होंने असमिया कविता को नया अंदाज़ और मुहावरा दिया है। आम तौर पर यह कहा जाता है कि वे फ्रांसीसी प्रतीकवाद से प्रभावित हैं और उनकी कविता में ये भरपूर नज़र भी आता है। मगर सचाई यह है कि उनकी अपनी शैली है और उस पर उनका ज़बर्दस्त अधिकार भी है। वह प्रगतिशील सोच वाले आधुनिक कवि हैं और उनकी कविता का असर बाद की पीढ़ियों में भी साफ़ तौर पर देखा जा सकता है।
ज्ञानपीठ से सम्मानित असमिया कवि नीलमणि फूकन की पाँच कविताएँ
- साहित्य
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 - 10 Dec, 2021

 
असमिया साहित्यकार नीलमणि फूकन को वर्ष 2021 के लिए प्रतिष्ठित ‘ज्ञानपीठ’ पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। जानिए, उनकी कैसी रही है कृतियाँ...। 


























