मध्य प्रदेश के डॉ. हरि सिंह गौर विवि ने एक वेबिनार से अपना नाम सिर्फ़ इसलिए वापस ले लिया, क्योंकि आरएसएस के छात्र संगठन एबीवीपी ने इसमें शामिल कुछ वक्ताओं का पुरजोर विरोध किया था। वेबिनार का विषय 'वैज्ञानिक प्रवृत्ति की उपलब्धि में संस्कृति और भाषाई बाधाएं' था और इसका आयोजन 30 और 31 जुलाई को होना था। पुलिस ने भी वेबिनार के आयोजन के लिए विवि को चेताया था।
एबीवीपी के विरोध के बाद वेबिनार से पीछे हटा विवि, पुलिस ने भी चेताया था
- मध्य प्रदेश
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- 31 Jul, 2021
मध्य प्रदेश के डॉ. हरि सिंह गौर विवि ने एक वेबिनार से अपना नाम सिर्फ़ इसलिए वापस ले लिया, क्योंकि आरएसएस के छात्र संगठन एबीवीपी ने इसमें शामिल कुछ वक्ताओं का पुरजोर विरोध किया था।

‘द इंडियन एक्सप्रेस’ के मुताबिक़, सागर जिले के पुलिस अधीक्षक अतुल सिंह ने विवि के कुलपति को वेबिनार के आयोजन को लेकर पत्र लिखा था। पत्र में उन्होंने लिखा था कि उन्हें वेबिनार में शामिल होने वाले वक़्ताओं के बीते हुए इतिहास के संदर्भों पर, राष्ट्र विरोधी मानसिकता और जाति आधारित बयानों के बारे में सूचना मिली है।
उन्होंने कहा था कि वेबिनार में जिन विषयों पर चर्चा की जानी है, उन पर पहले ही समझौता कर लिया जाना चाहिए। एसपी ने चेताया था कि अगर इस वेबिनार की वजह से धार्मिक और जातीय भावनाएं आहत होती हैं तो आईपीसी की धारा 505 के तहत इस मामले में कार्रवाई की जा सकती है।