लोकसभा चुनाव 2019 में अपने गढ़ गुना, ग्वालियर-चंबल क्षेत्र और मध्य प्रदेश के साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी ‘सुपर फ्लॉप’ रहे पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया को क्या कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष बनाया जाएगा? यह सवाल, मध्य प्रदेश के राजनीतिक गलियारों और प्रशासनिक हलकों में गूँज रहा है। मध्य प्रदेश विधानसभा 2018 के चुनाव में कांग्रेस की 15 सालों के सत्ता रूपी वनवास के बाद सरकार में वापसी का सेहरा आगे होकर सिंधिया ने अपने सिर बाँधा था। उन्होंने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद पर दावा भी ठोका था, लेकिन कमलनाथ के आगे उनकी एक नहीं चल पायी थी।