भारतीय जनता पार्टी के महासचिव और मध्य प्रदेश के बड़े नेता कैलाश विजयवर्गीय इंदौर के एक सरकारी घर पर कथित तौर पर ‘जबरिया क़ब्ज़े’ को लेकर उलझ गये हैं। बंगला उन्हें लोक निर्माण विभाग के मंत्री रहते अलाॅट हुआ था। बाद में बाला-बाला इस घर को उस आशा फ़ाउंडेशन के नाम आवंटित कर दिया गया था, जिसकी मुखिया विजयवर्गीय की पत्नी आशा विजयवर्गीय हैं। सामने आया है कि फ़ाउंडेशन ने पिछले 10 सालों से बंगले का किराया नहीं भरा है।