कर्ज़माफ़ी की घोषणा के बाद भी किसानों को संतुष्ट नहीं कर पा रही मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार की मुश्किलें और बढ़ने वाली हैं। वचन पत्र में लोक-लुभावन वादे कर सत्ता में आने वाली कमलनाथ सरकार के सामने पेट्रोल और डीज़ल के दाम कम करने का मुद्दा सिर उठाये खड़ा है। सत्ता संभाले महीना भर होने जा रहा है, मगर पेट्रोलियम पदार्थों के दाम कम करने को लेकर सरकार ने चुप्पी साध रखी है। ग़रीब और मध्यम वर्ग इससे ख़ासा ग़ुस्से में है।
मोदी के बाद अब कमलनाथ की भी मुश्किलें बढ़ाएँगे पेट्रोल-डीज़ल
- मध्य प्रदेश
- |
- |
- 20 Jan, 2019

कर्ज़ माफ़ी की घोषणा के बाद भी किसानों को संतुष्ट नहीं कर पा रही मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार की मुश्किलें और बढ़ने वाली हैं। टैक्स कम कर डीज़ल-पेट्रोल के दाम करने का ज़बरदस्त दबाव है।
आईटी इंजीनियरिंग के बाद ख़ुद का कारोबार करने वाले ‘सिसनेनो’ के मुखिया ज़ुबेर अंसारी का कहना है, ‘मध्यम वर्ग के हितों की रक्षा की पहल कमलनाथ सरकार को सबसे पहले करनी चाहिए थी।’ वह कहते हैं, ‘कांग्रेस के नेताओं ने अपनी हर चुनावी सभा में कहा था सत्ता में आते ही पेट्रोल और डीज़ल के दाम कम करेंगे, महीना भर होने वाला है, इस बारे में मुख्यमंत्री ने अभी तक कोई पहल नहीं की है।’