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कमल नाथ ने कार्यकर्ताओं से कहा- जाकर दिग्विजय सिंह के कपड़े फाड़ो 

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस ने 144 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। सूची को बेहद संतुलित माना गया। लेकिन उसके बाद पार्टी में जबरदस्त उठापटक शुरू हो गई। यह विवाद दो पूर्व मुख्यमंत्रियों कमल नाथ और दिग्विजय सिंह के बीच हुआ है। कमल नाथ इस कदर नाराज हैं कि उन्होंने टिकट के दावेदार और उनके समर्थकों से दो टूक कह दिया, ‘जाकर दिग्विजय सिंह और जयवर्धन सिंह (दिग्विजय सिंह के पुत्र एवं कांग्रेस के विधायक) के कपड़े फाड़ो।’ कमल नाथ के एक बेहद पुराने ‘वफादार’ नरेंद्र सालूजा (अब बीजेपी में हैं) ने मंगलवार को कांग्रेस के टिकट वितरण से जुड़ी आंतरिक कलह के दो वीडियो ‘एक्स’ (ट्वीट) पर डाले तो शनाका खींच गया।

शिवपुरी पर रस्साकशी

कमल नाथ एवं दिग्विजय सिंह के बीच टिकटों को लेकर रस्साकशी से जुड़े बड़े और सनसनीखेज विवाद का खुलासा वायरल हुए वीडियो से हो रहा है। विवाद हाईप्रोफाइल शिवपुरी विधानसभा सीट और जिले से जुड़ी टिकटों का है। रविवार को जारी हुई कांग्रेस की सूची में शिवपुरी विधानसभा सीट से के.पी.सिंह ‘कक्काजू’ को टिकट दिया गया है। शिवपुरी सीट भाजपा के पास है। यहां से यशोधरा राजे सिंधिया विधायक हैं। शिवराज कैबिनेट की सदस्य यशोधरा राजे 2023 का विधानसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर चुकी हैं।
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कांग्रेस ने शिवपुरी से जिन के.पी.सिंह को प्रत्याशी बनाया है, वे 6 बार के विधायक हैं। वे शिवपुरी जिले की पिछोर सीट से चुनाव लड़ते और जीतते रहे हैं। इस बार उनका विधानसभा क्षेत्र बदला गया। उन्हें शिवपुरी से उम्मीदवार बनाने के साथ ही कांग्रेस ने जारी सूची में पिछोर से सिंह के समर्थक शैलेन्द्र सिंह को टिकट दे दिया है।
भाजपा मीडिया सेल के सदस्य सालूजा ने ‘एक्स’ पर दो अलग-अलग वीडियो वायरल किए हैं। वायरल वीडियो में कमल नाथ के भोपाल स्थित सरकारी बंगले पर भीड़ जमा है। दृश्य सोमवार का है। भीड़, शिकवा और शिकायतें कर रही है। जुटे लोगों से कमल नाथ मुखातिब हैं। वीडियो में नज़र आ रहे लोग शिवपुरी विधानसभा सीट के लिए टिकट के प्रबल दावेदार वीरेंद्र रघुवंशी के समर्थक हैं। ये समर्थक, भाजपा और विधायकी छोड़कर कांग्रेस में आये रघुवंशी को टिकट नहीं देने का विरोध कर रहे हैं।
यहां बता दें, वीरेंद्र रघुवंशी वह नेता हैं, जिन्होंने पिछले दिनों भाजपा का साथ छोड़ा है और कांग्रेस का हाथ थामा है। वे 2018 में कोलारस से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीते थे। फिलहाल निवर्तमान विधायक हैं। नाथ के बंगले पर बैठे वीरेंद्र के समर्थक ‘अन्याय’ होने की बात कह रहे हैं। कमल नाथ, भीड़ को संबोधित करते हुए कह रहे हैं, ‘अरे भाई सुन लो, उससे (वीरेंद्र से) ज्यादा तो मैं चाहता हूं। यह बात (वीरेंद्र को टिकट) मैंने दिग्विजय सिंह और जयवर्धन सिंह पर छोड़ दी। इसमें कोई मिस अंडरस्टेडिंग हुई।’ नाथ आगे कह रहे हैं, ‘वीरेंद्र को मैंने कांग्रेस ज्वाइन कराई। वे स्वयं रघुवंशी समाज को शिवपुरी से टिकट देने के पक्षधर हैं। शर्मिंदगी हो रही है।’
कमल नाथ आगे बता रहे हैं, ‘कन्फ्यूजन दिग्विजय सिंह और के.पी.सिंह ने पैदा किया। दिग्विजय सिंह ने कहा के.पी. सिंह से बात हो गई है। के.पी.सिंह ने भी कहा बात हो गई है। इनके द्वारा पैदा किए गए कन्फ्यूजन से यह स्थितियां बनीं।’ वायरल हुए वीडियो में वीरेन्द्र समर्थकों को कमल नाथ आश्वस्त करते हुए बता रहे हैं, ‘वीरेंद्र से कल (रविवार शाम) बात हुई थी। दिग्विजय सिंह और के.पी.सिंह को मैंने दिल्ली बुलाया है।’
कमल नाथ वायरल वीडियो में एक जगह कह रहे हैं, ‘के.पी. सिंह क्यों जाये शिवपुरी? यह बात मेरे समझ में ही नहीं आयी।’ वीडियो के आखिर में कमल नाथ दोहरा रहे हैं, ‘शिवपुरी का फैसला मैंने दिग्विजय सिंह और जयवर्धन सिंह पर छोड़ा था। जैसा वह कहेंगे, वैसा करूंगा। अब तुम लोग जाओ और दिग्विजय सिंह-जयवर्धन सिंह के कपड़े फाड़ो।’
वायरल वीडियो में वीरेंद्र रघुवंशी समर्थक कई बार जय-जय कमल नाथ के नारे भी लगा रहे हैं। भीड़ में शामिल रघुवंशी समाज के लोग समाज की बाहुल्यता वाले क्षेत्रों में समाज के दावेदार टिकटार्थियों के साथ अन्याय की बात भी कर रहे हैं। भीड़ में शामिल दूसरे लोग पहले शिवपुरी सीट पर फैसला आने देने की सलाह अपने लोगों को दे रहे हैं।
कोलारस से भी प्रत्याशी घोषितः वीरेंद्र रघुवंशी हाईप्रोफाइल सीट शिवपुरी से टिकट चाह रहे थे, लेकिन कक्काजू को टिकट दे दिया गया। वीरेंद्र कोलारस से कांग्रेस के टिकट पर उपचुनाव जीते थे। एक वक्त वे ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक थे। बाद में सिंधिया से उनकी अनबन हो गई थी। इसी के चलते उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था। साल 2018 में भाजपा ने उन्हें कोलारस से टिकट दिया था और वे चुनाव जीतने में सफल रहे थे।
सिंधिया के भाजपा में आने के बाद से वीरेंद्र स्वयं को असहज महसूस कर रहे थे। बयानबाजी कर रहे थे। इसके बाद ही साफ हो चला था कि वे भाजपा छोड़ देंगे। अगस्त 2023 में उन्होंने भाजपा को छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया था। कांग्रेस ने अपनी पहली सूची में कोलारस से भी अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। फिलहाल वीरेंद्र की स्थिति ‘न खुदा मिला न विसाले सनम’ वाली हो गई है।
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दिग्विजय सिंह का जवाब

वायरल हुए वीडियो को लेकर दिग्विजय सिंह ने कुछ न कहते हुए एक ट्वीट किया है। उस ट्वीट में एक पुराना वीडियो भी है। दिग्विजय ने लिखा है-  कमल नाथ जी से मेरा पारिवारिक रिश्ता 1980 से है। हमारे बीच में कई बार कई मुद्दों पर मतभेद रहे है। दो मित्रों में मतभेद होना स्वाभाविक ही है लेकिन मनभेद नहीं रहे। एमपी कांग्रेस के घोषणा पत्र के समय मेरे और कमल नाथ जी के बीच का मज़ाक़िया संवाद। अवश्य सुनिए।⁦ यहां यह बताना जरूरी है कि मंगलवार 17 अक्टूबर को कांग्रेस का घोषणापत्र जारी करते समय दोनों साथ थे।

 
 बता दें कि कांग्रेस की पहली लिस्ट के बाद दिग्विजय सिंह का फेक इस्तीफा भी वायरल हुआ था। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को संबोधित फेक इस्तीफे में टिकट में अनदेखी के तमाम आरोप लगाते हुए कांग्रेस की सदस्यता छोड़ने की बात लिखी गई थी। दिग्विजय सिंह ने इस्तीफे को फेक और भाजपा की कारगुजारी बताया था। सिंह के समर्थकों और मप्र कांग्रेस विधि प्रकोष्ठ के कर्ताधर्ताओं ने इस मामले की शिकायत साइबर क्राइम टीम से की थी। शिकायत के बाद पुलिस ने सोमवार को अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।
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क़मर वहीद नक़वी
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