RSS Modi Digvijay Singh: पीएम मोदी ने 15 अगस्त को अपने भाषण में आरएसएस की बहुत तारीफ की थी। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी और बीजेपी पर जबरदस्त हमला बोला है। दिग्विजय सिंह से सत्य हिन्दी की खास बातचीतः
दिग्विजय सिंह ने सत्य हिन्दी से बात करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के आरएसएस का महिमा मंडन करने के अलावा राहुल गांधी का वोट चोरी, एसआईआर के खिलाफ अभियान और अन्य सवालों के जवाब भी दिए। पेश है, दिग्विजय सिंह से हुई बातचीत के मुख्य अंश।
सत्य हिन्दी - लाल किले की प्राचीर से 15 अगस्त के अपने भाषण में प्रधानमंत्री द्वारा आरएसएस का गुणगान, इसे कैसे देखते एवं लेते हैं आप?
दिग्विजय सिंह - लाल किले की प्राचीर से मोदी जी का भाषण सुनकर मुझे बड़ी हंसी आयी। संविधान की शपथ लेने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी से विनम्रतापूर्वक दो सवाल करूंगा, पहला- एक अपंजीकृत संस्था के बारे उन्होंने जो कहा, क्या वो उचित है? मैं उनसे जानना चाहता हूं, क्या - आरएसएस पंजीकृत है? यदि पंजीकृत है तो उसका रजिस्ट्रेशन नंबर बताइये? कौन से कानून में और कौन से नियम में माननीय प्रधानमंत्री जी ने ‘अनरजिर्स्ड एनजीओ’ (आरएसएस) की प्रशंसा की? ये करके, उन्होंने संविधान की शपथ का उल्लंघन नहीं किया है, प्रधानमंत्री जी जवाब दें।
दूसरा - राष्ट्रीय दिवस पर माननीय प्रधानमंत्री देश के सभी नागरिकों को संदेश देते हैं। वे सबके प्रधानमंत्री हैं। जब वे सबके प्रधानमंत्री हैं, तो उनके भाषण में निष्क्षता क्यों नदारद रही? इन दोनों ही बिन्दुओं पर माननीय प्रधानमंत्री जी का भाषण हमें स्वीकार नहीं है।
सत्य हिन्दी - आरएसएस और मोदी शाह की भाजपा में ठनी हुई है? 75 साल वाला फार्मूला तो आरएसएस की प्रशंसा की वजह नहीं है?
दिग्विजय सिंह - आप बात को छोटा कर रहे हैं। मैं तो प्रधानमंत्री के पद की गरिमा को गिराने पर सवाल उठा रहा हूं, मोदी जी ने जिस संविधान को नतमस्तक होकर अपने माथे से लगाया। जिस सदन पर जाकर उन्होंने माथा टेका। ये उसका (संविधान एवं संसद का) अपमान है। बाकी बीजेपी-आरएसएस में अंदरूनी तौर क्या होता है? क्या हो रहा है? हमें, इससे कोई लेना-देना नहीं है। वो जाने, उनका काम जाने, लेकिन मोदी जी का भाषण, देश का अपमान है। स्वतंत्रता संग्राम में अपना सबकुछ दांव पर लगाने वालों, और आजादी दिलाने वाले शहीदों का घनघोर अपमान है।
सत्य हिन्दी - मोदी जी, लाल किले की प्राचीर से संघ को महिमा मंडित करके, गुरु दक्षिणा दिया?
दिग्विजय सिंह - पुनः दोहराऊंगा, मोदी जी ने संविधान की शपथ को तार-तार किया है। साथ ही संघ से पूछूंगा, मोदी जी से सवाल करूंगा - क्या राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, गुरु पूर्णिमा पर पर गुरु दक्षिणा स्वीकार नहीं करता है? अगर गुरु दक्षिण स्वीकार करता है तो कौन से अकाउंट में पैसा जाता है? कहां पैसा जाता है? क्या, उसका ऑडिट होता है? नियम-कानून का पालन किया जाता है? क्या उनके पास एस.सी.आर.ए. का क्लीयरेंस है? इन सभी सवालों के जवाब, मोदी जी और संघ को देश को देना चाहिए।
सत्य हिन्दी - राहुल गांधी पर देश और संविधान को कमजोर करने का आरोप भाजपा का है?
दिग्विजय सिंह - संविधान के बारे में राहुल गांधी जी बहुत ही ज्यादा संवेदनशील हैं। ये (संविधान की रक्षा) उनका कमिटमेंट है।
सत्य हिन्दी - चुनाव आयोग पर तीखे हमलो को लेकर भाजपा हमलावर है?
दिग्विजय सिंह - साल 2004 के बाद से राहुल गांधी जी के साथ रहकर मैंने थोड़ा बहुत काम किया है। मैं जानता हूं, वे अध्ययन करने के बाद ही अपनी बात कहते हैं। कई बार ऐसे मौके आये, मेरी कही बात से सहमत नहीं हुए। लेकिन जब उन्होंने प्रमाण दिए तो मुझे मानना पड़ा, वे सही हैं। हालांकि आरएसएस और भाजपा ने उन्हें बदनाम करने का बहुत प्रयास किया, लेकिन संघ-बीजेपी सफल नहीं हुए।
सत्य हिन्दी - संविधान को लेकर दिखावा करने का जवाबी आरोप भी भाजपा बार-बार राहुल गांधी पर लगाती है?
दिग्विजय सिंह - भारतीय संविधान हमारे लिए पूजनीय है। भारत में हजारों साल बाद एक लोकतंत्रीय व्यवस्था कायम हुई है। इस व्यवस्था के तहत कोई राजा नहीं है। प्रजा ही, राजा है। प्रजा ही राजा चुनती है। राजा सही ढंग से काम नहीं करता तो उसे हटाने का अधिकार भी प्रजा को है।
सत्य हिन्दी - वोटर लिस्ट में गड़बड़ी संबंधी राहुल गांधी के आरोपों को चुनाव आयोग और भाजपा सिरे से खारिज कर रहे हैं?
दिग्विजय सिंह - प्रधानमंत्री मोदी, लोकतंत्र को मदर ऑफ डेमोक्रेसी कहते हैं। मदर ऑफ डेमोक्रेसी और सफल लोकतंत्र की बुनियाद, निष्पक्ष चुनाव हैं। निष्पक्ष चुनाव के लिए आवश्यक है, निष्पक्षता से वोटर लिस्ट बने। निष्पक्षता से वोटर को उसका अधिकार मिले। नागरिक का पहला अधिकार वोट देना है। उसका नाम वोटर लिस्ट में होना चाहिए। वोट डालने का अधिकार होना चाहिए। जहां वोट दिया है वहां गिरा या नहीं? पड़ा या नहीं? ये जानने का पूर्ण अधिकार भी उसका है। इसके पालन में कोताही हो रही है।
सत्य हिन्दी - भाजपा का आरोप और चुनाव आयोग का कहना है, हारने पर कांग्रेस तमाम सवाल उठाती है?
दिग्विजय सिंह - ईवीएम से वोटिंग के दौरान वीवीपैट की पर्ची मांगना गलत नहीं है। ईवीएम से वोटिंग के दौरान 7 सेकंड में पर्ची देखना संभव नहीं है। हम मांग कर रहे हैं। पर्ची वोटर के हाथ में दे दी जाये। वो अपने हाथों से बाक्स में डाल दे। इसकी गिनती करके नतीजे घोषित किए जायें। इसमें आपत्ति क्यों है? चुनाव आयोग और भाजपा बताये।
सत्य हिन्दी - राहुल गांधी के चुनाव गड़बड़ी संबंधी आरोप के बाद चुनाव आयोग ने हलफनामा मांगा, क्या ये मसला सुप्रीम कोर्ट के दखल का हो गया है?
दिग्विजय सिंह - सुस्पष्ट प्रमाणों के बाद, केन्द्रीय चुनाव आयोग को पहल करना चाहिए। तमाम भ्रम को दूर करने की जिम्मेदारी उसकी है।
सत्य हिन्दी - कांग्रेस ने एक विधानसभा की गड़बड़ी को सामने लाने में छह महीने लगाये? अनुराग ठाकुर ने 6 दिनों में 6 लोकसभा सीटों में गड़बड़ियों का पूरा ब्यौरा सामने रख दिया?
दिग्विजय सिंह - भाजपा के पास पूरे देश के वोटर लिस्ट की सॉफ्ट कॉपी है। मेरे पास कल ही गुजरात से कांग्रेस पार्टी के 2024 के लोकसभा चुनाव के एक उम्मीदवार आये थे, उन्होंने बताया गुजरात के एक व्यक्ति के पास वोटर लिस्ट की सॉफ्ट कॉपी थी। चुनाव की पर्चियां उन्हीं से बनवाईं थीं। बड़ा सवाल यही है, गुजरात के बंदे के पास और अनुराग ठाकुर के पास सॉफ्ट कापी कहां से आयी? सॉफ्ट कॉपी मिल जाये तो एक क्लिक पर मामूली वक्त में सारी छानबीन की जा सकती है, लेकिन आयोग हमें सॉफ्ट कॉपी देता नहीं।
सत्य हिन्दी - राहुल गांधी पर चुनाव आयोग को धमकाने का आरोप है?
दिग्विजय सिंह - राहुल गांधी गलत क्या कह रहे हैं। उन्होंने यही तो कहा है, चुनाव आयोग के माननीय सदस्यों बाज़ आओ। चोरी पकड़ी गई है, बच नहीं पाओगे। चुनाव आयोग भाजपा के एजेंट की तरह का काम करे, हम उसे उजागर करें तो हमे ही नोटिस, ये सब उचित नहीं है।
सत्य हिन्दी - चुनाव आयोग रविवार को प्रेस कांफ्रेंस करने वाला है, लेकिन इसके पहले उसके सूत्र बोलते रहे?
दिग्विजय सिंह - जी, बहुत से उदाहरण सामने आये। सूत्र, गोदी मीडिया को बताते रहे कि बिहार में बड़ी संख्या में रोहंग्यिा मुसलमान, बांग्लादेशी मुसलमान, म्यांमार से मुसलमान और नेपाल से मुसलमान आये हैं। लाखों आये हैं, ड्राफ्ट पब्लिश किया तो एक भी नाम नहीं बताया। हमने संसद में कई बार इस सवाल को पूछा। जवाब एक ही आया, ‘हमारे पास इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।’
सत्य हिन्दी - बिहार एसआईआर के दौरान बाहर किए गए 65 लाख वोटर बच पायेंगे, सुप्रीम कोर्ट के तीन डायरेक्शन के बाद फाइनल लिस्ट कैसी होगी?
दिग्विजय सिंह - एसआईआर 2003 में हुआ था। उसको दो साल लगे थे। बिहार यूपी के बाद सबसे बड़ा प्रदेश है। एक महीने में पूरा करना अन्याय। घोर अन्याय है। बीएलओ और आरओ के साथ अन्याय। तुगलगी आदेश है। सीईसी के बिहार कमिश्नर से हमने बात की तो उन्होंने कहा, हमारे बस की बात नहीं। हम तो आदेश का पालन करेंगे। अजीत अंजुम जी को बधाई दूंगा, गहन दौरा करके चोरी पकड़ी है। इस घपले को रोकना चाहिए।
सत्य हिन्दी - एसआईआर से इंडिया ब्लाक इतना भयभीत क्यों है?
दिग्विजय सिंह - एसआईआर करना है तो वक्त दीजिये। एसआईआर में दो साल लगेंगे। जिन राज्यों में चुनाव को तीन-चार साल बाकी है, वहां कवायद कराइये। हमें सॉफ्ट कॉपी दे दीजिये, हम भी इस काम में आयोग को पूरा सहयोग करेंगे। जवाबदारी चुनाव आयोग की है। फीड कर दीजिये। एक क्लिक पर सारी जानकारी मिल जायेगी। सूची शुद्ध हो जायेगी।
सत्य हिन्दी - विपक्ष के 300 सांसद सड़क पर उतरे, लेकिन आयोग खामोश रहा, क्या वजह है?
दिग्विजय सिंह - इस पर आश्चर्य करना, मूर्खता है। ईसीआई भारतीय जनता पार्टी का एक डिपार्टमेंट बन गया है। मोदी जी कंट्रोल्ड डेमोक्रेसी और कंट्रोल्ड पावर चाहते हैं। जहां भी इनकी सरकारें हैं वहां इन्होंने सत्ता का केन्द्रीकरण किया है। आरएसएस की विचाराधारा भी केन्द्रीकरण की है। विकेन्द्रीकरण पर उनका विश्वास नहीं है। केन्द्रीकरण बापू की मंशा और बाबा साहब की मंशा के खिलाफ है।
पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़
सत्य हिन्दी - जगदीप धनखड़ जी पर दिग्विजय सिंह के सूत्र क्या कहते हैं?
दिग्विजय सिंह - मेरे सूत्र तो ये कहते हैं, जगदीप धनखड़ जी आरएसएस के 10 सालों तक वकील रहे हैं। भाजपा के सदस्य नहीं थे। कई पार्टियों में रहे। आरएसएस के सुझाव पर उन्हें उपराष्ट्रपति बनाया गया। मेरे सूत्र बताते हैं, पांच बार मोहन भागवत जी धनखड जी के यहां खाना खाने गए थे। प्रधानमंत्री जी, एक बार भी नहीं बुलाये गये। मोदी जी को यही नागवार गुजरा। धनखड़ हिटलिस्ट में आये। दो जजों पर महाभियोग मसले पर लोकसभा से पहले नोटिस स्वीकार कर लेना, धनखड़ जी की विदाई का सबब बना। मेरे सूत्रों ने ये भी बताया है, इस्तीफे के बाद धनखड़ जी की मोदी जी से 45 मिनट की मिटिंग हुई थी। ये मिटिंग कब हुई? इसमें फाइनली क्या हुआ? मुझे अभी मालूम नहीं चल पाया है।
सत्य हिन्दी - कहां हैं, धनखड़ साहब?
दिग्विजय सिंह - दिल्ली में हैं। दूसरा घर अलॉट होने वाला है। हमने मुलाकात के लिए समय मांगा है।
सत्य हिन्दी - पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की तलाश हो रही है, वे कहां हैं, आपके सूत्रों के अनुसार?
दिग्विजय सिंह - सूत्रों ने मुझे बताया है, वे यूएस में हैं। अपने किसी रिलेटिव के पास।
सत्य हिन्दी - राहुल गांधी के कांग्रेस में तीन तरह के घोड़े वाले बयान के बाद पूछा जा रहा है, कांग्रेस में ‘एसआईआर-स्कैनिंग’ कब आरंभ होगी?
दिग्विजय सिंह - हर राजनैतिक दल में सेबोटॉज की शिकायतें आती हैं। ये स्वभाविक है। महत्वकांक्षा होती है। टिकिट नहीं मिला तो दुखी होकर लोग पाला बदल लेते हैं। शिकायतें आती हैं। कार्रवाई नहीं हो रही है, इसका दुख है। मेरा मानना है शिकायतों की जांच कीजिये। शिकायत सही पाये जाने पर ऐसे व्यक्ति को कोई पद नहीं दिया जाना चाहिए।
सत्य हिन्दी - प्रियंका गांधी जी का वक्तव्य। आग से खेल हो रहे हो? पुणे की अदालत में हलफनामा?
दिग्विजय - ये (गांधी परिवार) वो परिवार है, जिसके दो लोगों की हत्या की गई। शहीद हुए। जो विचारधारा, महात्मा गांधी की हत्या कर सकती है, उसके बारे में मैं अब क्या ही कहूं।!
सत्य हिन्दी - चिंता बहुत बनी हुई है? सरकार कहती है, सुरक्षा व्यवस्था माकूल है, मुतमईन हैं कांग्रेस?
दिग्विजय सिंह - इंदिरा जी को प्रधानमंत्री निवास में उन्हीं के बॉडीगार्ड ने मार दिया था। अब उससे और क्या माकूल हो सकता है। ‘डिटरमेंट किलर केन टेक ऐनीवन।’
सत्य हिन्दी - मालेगांव बम ब्लास्ट को लेकर फैसला आने के बाद कहा गया है, आतंकवाद सिर्फ और सिर्फ हरा होता है?
दिग्विजय सिंह - मैं कई बार कह चुका हूं, आतंकवाद न हरा होता है। न लाल होता है। न केसरिया होता है। ये (आतंकवाद) एक मानसिकता है। सत्ता और धर्म का दुरूपयोग, सत्ता हथियाने के लिए या पैसा कमाने के लिए जहां किया जा सकता है, वहां ये सारी चीजें आती हैं।
सत्य हिन्दी - अंतिम सवाल, लाल किले की प्राचीर से संघ का महिमा मंडन, भाजपा-आरएसएस की किस उधेड़बुन का हिस्सा है?
दिग्विजय सिंह - न आरएसएस को भारतीय संविधान में भरोसा है, और ना मोदी जी को।